व्यावसायिक जीवन में पहचान बनाने एवं विकास के लिए सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा: 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 19,000 शनि मूल मंत्र जाप व हवन
व्यावसायिक जीवन में पहचान बनाने एवं विकास के लिए सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा: 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 19,000 शनि मूल मंत्र जाप व हवन
व्यावसायिक जीवन में पहचान बनाने एवं विकास के लिए सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा: 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 19,000 शनि मूल मंत्र जाप व हवन
व्यावसायिक जीवन में पहचान बनाने एवं विकास के लिए सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा: 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 19,000 शनि मूल मंत्र जाप व हवन
व्यावसायिक जीवन में पहचान बनाने एवं विकास के लिए सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा: 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 19,000 शनि मूल मंत्र जाप व हवन
व्यावसायिक जीवन में पहचान बनाने एवं विकास के लिए सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा: 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 19,000 शनि मूल मंत्र जाप व हवन
व्यावसायिक जीवन में पहचान बनाने एवं विकास के लिए सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा: 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 19,000 शनि मूल मंत्र जाप व हवन
व्यावसायिक जीवन में पहचान बनाने एवं विकास के लिए सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा: 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 19,000 शनि मूल मंत्र जाप व हवन
सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा

6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 19,000 शनि मूल मंत्र जाप व हवन

व्यावसायिक जीवन में पहचान बनाने एवं विकास के लिए
temple venue
श्री नवग्रह शनि मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश
pooja date
7 जुलाई, रविवार, आषाढ़ शुक्ल द्वितीया
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
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अब तक2,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

व्यावसायिक जीवन में पहचान बनाने एवं विकास के लिए सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा: 6,000 सूर्य मूल मंत्र जाप और 19,000 शनि मूल मंत्र जाप व हवन

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य और शनि को कट्टर शत्रु माना जाता है। सूर्य को पिता माना जाता है जबकि शनि को पुत्र। इसके पिछे एक पौराणिक कथा छिपी है, दरअसल सूर्य देव का विवाह दक्ष पुत्री संज्ञा से हुआ था। विवाह के बाद उन्हें मनु, यमराज और यमुना नामक तीन संतानें हुईं। संज्ञा सूर्यदेव के असहनीय तेज से परेशान थीं और अपने पिता के पास मदद के लिए गईं, लेकिन उन्होनें उसे सूर्य लोक वापस भेज दिया। इस समस्या से बचने के लिए संज्ञा ने अपनी छाया रूप स्वर्णा का निर्माण किया। जिसके बारे में सूर्यदेव को नहीं पता था, स्वर्णा से सूर्यदेव को तपती, भद्रा और शनि नामक तीन और संतानें हुईं। शनिदेव में अपनी माता के छाया गुण आए थे। सूर्य देव को शनि के जन्म के बाद लगा कि वह उनके पुत्र नहीं हैं। शनिदेव की दृष्टि पड़ते ही सूर्य देव का स्वर्ण रंग काला पड़ गया। इस श्राप के निवारण के लिए सूर्य देव महादेव के पास गए, जिन्होंने उन्हें संपूर्ण घटना बताई। अपनी गलती का एहसास होने पर सूर्य देव ने संज्ञा से माफी मांगी, लेकिन तब तक शनि और सूर्य के बीच संबंध खराब हो चुके थे, यही कारण है कि इसका असर आज भी कुंडली में दिखता है।

माना जाता है कि जिन लोगों की कुंडली में ये युति बनती है उनके स्थानों के आधार पर उन्हें शुभ एवं अशुभ फल की प्राप्ति होती है। अशुभ स्थिति में होने से जातक को कई कष्टों का सामना करना पड़ता है जैसे: जातक के प्रोफेशनल लाइफ पर काफी प्रभाव पड़ता है जिससे वो अपने करियर से जुड़े फैसले लेने में भी कनफ्यूजन महसूस करता है। इसके अलावा पिता-बेटे मे तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न एवं आत्मविश्वास में कमी आने लगती है। ज्योतिष शास्त्रों में इन कष्टों से निवारण पाने के लिए सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा को अत्यंत फलदायी माना गया है। पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि हैं और रविवार का दिन सूर्यदेव को समर्पित होता है। ऐसे में पुष्य नक्षत्र एवं रविवार के शुभ संयोग पर इस पूजा को करने से इसका महत्व कई गुना बढ जाता है। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और सूर्य एवं शनिदेव का आशीष पाएं।

पूजा लाभ

puja benefits
व्यावसायिक विकास एवं कार्यस्थल पर पहचान बनाने के लिए
सूर्य एवं शनि की युति व्यक्ति के व्यावसायिक जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती है। यह करियर से जुड़े फैसलों को लेने में भ्रम उत्पन्न करता है और व्यक्ति को अपने करियर में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। व्यावसायिक विकास के लिए इस युति के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए रविवार को पुष्य नक्षत्र के दौरान सूर्य-शनि विष योग निवारण पूजा करना अत्यधिक लाभकारी होता है। इस पूजा को करने से जातक के जीवन में व्यावसायिक विकास आता है और कार्यस्थल में पहचान मिलती है।
puja benefits
विवादों का समाधान
आपकी कुंडली में सूर्य-शनि की युति अहंकार के कारण टकराव एवं विभिन्न विचारों के कारण पिता और पुत्र के बीच विवाद उत्पन्न होता है। यह पिता एवं पुत्र के बीच विवाद का कारण बन सकता है। यह युति परिवार के अन्य सदस्यों के साथ भी समस्याएं उत्पन्न करती है, क्योंकि इससे वैचारिक मतभेद की संभावना बढ़ती है। इस पूजा को करने से विवादों को सुलझाने, परिवार में एकता और सद्भाव को बढ़ावा देने में मदद मिलती है।
puja benefits
आत्मविश्वास प्राप्त करें
सूर्य व्यक्ति के आत्मविश्वास का प्रतिनिधित्व करता है, लेकिन जब एक दुर्बल सूर्य शनि के साथ युति करता है, तो यह आपके आत्मविश्वास को सीमित यानि कम कर सकता है। सूर्य-शनि की युति विपरीत ऊर्जाओं के साथ काम करेगी, जो आपके आत्मविश्वास को प्रभावित करेगी और चुनौतियों को स्वीकार करने के आपके साहस को कम करेगी। इससे मानसिक तनाव बढ़ता है, जिससे आशा और निराशा की भावनाएँ पैदा होती हैं। इस पूजा को करने से आपका आत्मविश्वास बढ़ता है और आपके मन को शांति मिलती है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

अपनी पूजा के साथ गौ सेवा, वस्त्र दान, दीप दान भी करें। पूजा के लिए भुगतान करें।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

संकल्प के लिए अपना नाम एवं गोत्र भरें।
Number-3

पूजा दिन

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा का लाइव अपडेट्स प्राप्त करें।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

श्री नवग्रह शनि मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश

श्री नवग्रह शनि मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश
क्षिप्रा नदी के तट पर बसी नगरी उज्जैन में स्थित श्री नवग्रह शनि मंदिर की स्थापना राजा विक्रमादित्य ने की थी। वर्णित हैं कि, राजा विक्रमादित्य ने इस मंदिर की स्थापना शनि की साढ़ेसाती से मुक्त होने के बाद कराई थी। शनिदेव के साथ भगवान नवग्रह शांति मंडल के स्वरुप में विराजमान है, सभी ग्रहों की दशाएं विराजमान हैं। कहा जाता है कि विक्रमादित्य ने इस मंदिर को बनाने के बाद ही विक्रम संवत की शुरुआत की थी। इस मंदिर में शनिदेव भगवान शिव के रूप में विराजमान हैं।

यहां आने वाले श्रद्धालु अपनी मनोकामना के लिए शनिदेव पर तेल चढ़ाते हैं। मान्यता है कि जो भी यहां सच्चे मन से शनिदेव को प्रसन्न करता है उसे शनिदेव कभी दुख नहीं देते और सारे कष्ट दूर कर देते हैं। साथ ही देश के कोने-कोने से लोग यहां ग्रह दोष या फिर ग्रहों से होने वाले नकारात्मक प्रभाव एवं उससे आने वाले कार्य में बाधाओं से मुक्ति के लिए यहां पूजा करते हैं।

पूजा का चयन करें

851

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पूजा संकल्प के दौरान पंडित जी आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

1251

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पूजा संकल्प के दौरान पंडित जी आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

2001

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पूजा संकल्प के दौरान पंडित जी आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री नवग्रह शनि मंदिर में सूर्य एवं शनिदेव को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पूजा संकल्प के दौरान पंडित जी आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री नवग्रह शनि मंदिर में सूर्य एवं शनिदेव को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
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जय राज यादव

दिल्ली
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रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
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अपर्णा मॉल

पुरी
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शिवराज डोभी

आगरा
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मुकुल राज

लखनऊ

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों