भूमि और संपत्ति विवादों के समाधान का आशीष प्राप्त करने के लिए वराह जयंती विशेष भू वराह हवन और भूमि प्राप्ति हवन
भूमि और संपत्ति विवादों के समाधान का आशीष प्राप्त करने के लिए वराह जयंती विशेष भू वराह हवन और भूमि प्राप्ति हवन
भूमि और संपत्ति विवादों के समाधान का आशीष प्राप्त करने के लिए वराह जयंती विशेष भू वराह हवन और भूमि प्राप्ति हवन
भूमि और संपत्ति विवादों के समाधान का आशीष प्राप्त करने के लिए वराह जयंती विशेष भू वराह हवन और भूमि प्राप्ति हवन
भूमि और संपत्ति विवादों के समाधान का आशीष प्राप्त करने के लिए वराह जयंती विशेष भू वराह हवन और भूमि प्राप्ति हवन
भूमि और संपत्ति विवादों के समाधान का आशीष प्राप्त करने के लिए वराह जयंती विशेष भू वराह हवन और भूमि प्राप्ति हवन
भूमि और संपत्ति विवादों के समाधान का आशीष प्राप्त करने के लिए वराह जयंती विशेष भू वराह हवन और भूमि प्राप्ति हवन
वराह जयंती विशेष

भू वराह हवन और भूमि प्राप्ति हवन

भूमि और संपत्ति विवादों के समाधान का आशीष प्राप्त करने के लिए
temple venue
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु
pooja date
6 सितम्बर, शुक्रवार, वराह जयंती
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं
get_puja_video
सम्पूर्ण पूजा की वीडियो देखें
आपके पूरे पूजा की वीडियो रिकॉर्डिंग 2 दिनों में शेयर की जाएगी
get_puja_video
पूरे विधि द्वारा पूजा होगी
मंदिर के सर्वश्रेष्ठ पंडितजी आपकी पूजा करेंगे
get_puja_video
विशेष मंत्र द्वारा कृपा मिलेगी
भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए विशेष मंत्र शेयर किया जाएगा
get_puja_video
तीर्थ प्रसाद घर भेजा जाएगा
पूजा के बाद तीर्थ प्रसाद को आपके घर पर पहुँचाया जाएगा

भूमि और संपत्ति विवादों के समाधान का आशीष प्राप्त करने के लिए वराह जयंती विशेष भू वराह हवन और भूमि प्राप्ति हवन

हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को वराह जयंती का पर्व मनाया जाता है। हालांकि यह त्यौहार मुख्य रूप से दक्षिण भारत के राज्यों में मनाया जाता है। भगवान विष्णु ने इस दिन वराह अवतार लेकर हिरण्याक्ष नामक दैत्य का वध किया था। भू वराह भगवान विष्णु के दशावतार में से एक हैं। उन्हें भूमि का स्वामी और भूमि एवं संपत्ति का रक्षक माना जाता है। इसके पीछे एक प्रचलित कथा है जिसमें बताया गया है कि भगवान विष्णु ने भूमि देवी को हिरण्याक्ष के चंगुल से बचाने के लिए स्वयं को वराह या वराह के रूप में प्रकट किया था, दरअसल हिरण्याक्ष ने पृथ्वी को चुराकर उसे ब्रह्मांडीय समुद्र में छिपा दिया था। वराह स्वामी ने पृथ्वी को बचाया और उसे अपने दो दाँतों पर उठाकर वापस ले आए। इस घटना के बाद भगवान वराह ने पृथ्वी की रक्षा के लिए भू देवी से शादी कर ली और इस तरह भूदेवी, भगवान विष्णु के वराह अवतार की पत्नी कहलाई।

शास्त्रों के अनुसार, भू वराह हवन भगवान भू वराह को समर्पित है एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है जो भूमि या घर को नकारात्मक अंधेरे शक्तियों से बचाने में लाभकारी होता है। इसलिए लोग जब कोई नई भूमि या संपत्ति खरीदते हैं तो भगवान वराह मूर्ति की पूजा करते हैं क्योंकि यह उनकी संपत्ति को नकारात्मकता, अशुभता और बुरी शक्तियों के चंगुल से सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है जो हर असुरक्षित भूमि या संपत्ति पर अपना अधिकार स्थापित करने की कोशिश करते हैं। मान्यता है कि भूमि और संपत्ति की सुरक्षा के देवता माने जाने वाले भू वराह की पूजा संपत्ति विवाद से बचने और भूमि से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए अत्यंत प्रभावशाली होती है। भू वराह की पूजा विशेष रूप से उन लोगों के लिए फलदायी होती है, जो संपत्ति विवादों से परेशान हैं या भूमि से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। इस पूजा के द्वारा न केवल संपत्ति विवादों से बचा जा सकता है, बल्कि भूमि की समृद्धि और सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सकती है। यह पूजा अगर वराह जयंती पर की जाए तो ये और भी ज्यादा प्रभावशाली होती है। इसलिए वराह जयंती के दिन तिरुनेलवेली के एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में भू वराह हवन और भूमि प्राप्ति हवन का आयोजन किया जा रहा है। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और भू वराह देव का आशीष पाएं।

पूजा लाभ

puja benefits
जमीन जायदाद संबंधी विवाद से मुक्ति
भूमि या संपत्ति के लेन-देन विवाद से मुक्ति के लिए भू वराह की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान वराह ने हिरण्याक्ष से भू देवी की रक्षा की थी इसलिए इनकी पूजा में भाग से जमीन जायदाद से संबंधित विवादों से मुक्ति मिलती है और भूमी भवन से संबंधित सुखों की प्राप्ति होती है। इसके अलावा इस हवन के प्रभाव से संपत्ति कि सभी बाधाएं दूर होती हैं और व्यक्ति को न्याय तथा संपत्ति का सही हक प्राप्त होता है।
puja benefits
धन-धान्य की प्राप्ति
मान्यता है कि भू वराह के दर्शन मात्र से सभी तरह के कष्टों से मुक्ति मिल जाती है और आयु तथा धन में वृद्धि होती है। मान्यता है कि भू वराह की इस पूजा में भाग लेने से घर में धन धान्य एवं संपत्ति की कभी कमी नहीं होती। भगवान विष्णु के स्वरूप होने के कारण भू वराह अपने भक्तों को आर्थिक समृद्धि और व्यापार में लाभ का आशीर्वाद देते हैं।
puja benefits
बुरी शक्तियों से सुरक्षा
भगवान वराह द्वारा हिरण्याक्ष दैत्य का वध करने के कारण इनकी पूजा में भाग लेने से सभी बुरी शक्तियों से सुरक्षा प्राप्त होती है। कहते हैं कि घर या संपत्ति पर किसी बुरी शक्तियों का आवरण हो तो या किसी तांत्रिक या किसी शत्रु का भय हो तो भू वराह हवन और भूमि प्राप्ति हवन में भाग लेने से इनसे सुरक्षा का आशीष मिलता है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा चयन करें

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

संकल्प के लिए अपना नाम एवं गोत्र भरें।
Number-3

पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एवं प्रसाद

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु

एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु
तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में स्थित एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर एक पूजनीय तीर्थस्थल है, जिसका आध्यात्मिक महत्व बहुत गहरा है। 120 साल पहले प्रतिष्ठित ऋषि मायांडी सिद्धर द्वारा स्थापित यह मंदिर चिरस्थायी परंपरा और भक्ति का प्रमाण है। ऋषि मायांडी सिद्धर ने भगवान राम के गहन ध्यान और दर्शन के बाद इस मंदिर का निर्माण कराया था। इस मंदिर से जुडी कई चमत्कारिक कथाओं के बारे में सुनने को मिलता है, जिनमें भगवान पेरुमल की मुख्य मूर्ति भी शामिल है, जिसे मूर्तिकला का कोई औपचारिक ज्ञान न रखने वाले एक साधारण व्यक्ति ने गढ़ा था। मंदिर में कई पवित्र मूर्तियाँ हैं, जिनमें शुद्ध स्पष्ट क्वार्ट्ज से बना उल्लेखनीय स्फटिक लिंगम भी शामिल है।

शास्त्रों के अनुसार, स्फटिक लिंगम की पूजा करने से भक्तों में आत्मविश्वास, आत्म-सम्मान और शक्ति आती है, साथ ही चिंताएँ और नकारात्मक प्रभाव से भी राहत मिलता है। यह स्फटिक लिंगम विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ऋषिकेश के बाद भारत में सबसे बड़े स्फटिक लिंगम में से एक है। भक्तगण एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में भगवान राम, भगवान कृष्ण, भगवान कार्तिकेय, भगवान शिव और भगवान हनुमान से आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं। मान्यता है कि यहाँ पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं और जीवन में उन्हें सभी प्रयासों में सफलता मिलती है।

पूजा का चयन करें

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
851
package_tabs

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
1251
package_tabs

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं
2001
package_tabs

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में भगवान कार्तिकेय को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं
3001
package_tabs

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में भगवान कार्तिकेय को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

रिव्यूज़ और रेटिंग

जानिए प्रिय भक्तों का श्री मंदिर के बारे में क्या कहना है!
User Image

अच्युतम नायर

बेंगलुरु
User review
User Image

रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
User review
User Image

अपर्णा मॉल

पुरी
User review
User Image

शिवराज डोभी

आगरा
User review
User Image

मुकुल राज

लखनऊ

भक्तों का अनुभव

जिन भक्तों ने हमारे साथ पूजा बुक की उनका अनुभव जाने
तीश मोड़

तीश मोड़

17 February, 2025

starstarstarstarstar

बहुत ही अतुलनीय कार्य है आपका भगवन आपको ऐसे ही कार्य करने की ताक़त दे


Ramesh Tripathi

Ramesh Tripathi

17 February, 2025

starstarstarstarstar

Hame vishwas hai ki Puja poorn vishwas aur aastha se hui hogi avm hame Prabhu ka Aasirwad prapt hoga apne pariwar ke liye.Jai Bholenath sahai rehna Hamesha.🙏🏽🕉️🌼


S JAREENA BEGUM

S JAREENA BEGUM

16 February, 2025

starstarstarstarstar

Namaste guruji ap ku bhuth,bahut, dhanyawad guruji,, ap ki sevaiya acche hai Ghar bhite Puja karwana, bhuth bhuth accha hai ,,meri mano kamna Puri hone baad mai mai ap se spark karungi

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
महाशिवरात्रि 4 प्रहर अभिषेक
8 March 2023
दिव्य महाकाली मध्यरात्रि तांत्रोक्त यज्ञ
7 May 2023
शनि शांति यज्ञ और तिल तेल अभिषेक
4 May 2023

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों

srimandir-logo

श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

Address:

Firstprinciple AppsForBharat Private Limited 435, 1st Floor 17th Cross, 19th Main Rd, above Axis Bank, Sector 4, HSR Layout, Bengaluru, Karnataka 560102

Play StoreApp Store

हमे फॉलो करें

facebookinstagramtwitterwhatsapp

© 2025 SriMandir, Inc. All rights reserved.