शेखर कारखानीस
29 January, 2025
मुझे ये सेवा करणे का भाग्य प्राप्त हुआ मै सच मे धन्य हो गया....बस महाकाल की इस सृष्टी पर कृपा बनी रहे...मै श्री मंदिर का आभार व्यक्त करता हु दिल से ...जय महाकाल....जय श्रीराम 🙏🙏🚩🚩❤️❤️
UMASANKAR RATH
28 January, 2025
मुझे बहुत अच्छा लगा मेरे प्रसाद कब आएगा
Himanshu Kumar Sinha
28 January, 2025
Only superbly excellent experience.Thank you very much
ऑनलाइन पूजा का लाभ निश्चित तौर पर मिलता है। किसी भी पूजा में सबसे अधिक महत्व नाम और गोत्र का होता है। आप पूरे विश्व में कहीं भी रहने पर आपकी पहचान आपके नाम और गोत्र से होती है, तो पूजा किसके नाम से आयोजित हो रही है यह निर्धारित करता है कि पूजा का फल किसे मिलेगा।कोई भी समस्या, बीमारी या दोष हो सभी पूजाओं को नाम और गोत्र से ही संपन्न किया जा सकता है। ऐसे में किसी भी तीर्थ स्थान या मंदिर में आपके नाम और गोत्र के उच्चारण से पूजा का फल आपको प्राप्त होता है।
यदि आपको अपना गोत्र पता नहीं है तो इस स्थिति मैं आप अपना गोत्र कश्यप मान सकते हैं क्योंकि कश्यप ऋषि एक ऐसे ऋषि थे जिनकी संतान हर जाति में पाई जाती हैं और इसी कारण वे श्रेष्ट ऋषि माने जाते हैं। इन विवरणों का पंडित जी द्वारा पूजा के दौरान जाप किया जाएगा।