अच्छे स्वास्थ्य एवं तेज दिमाग का आशीष पाने के लिए श्रावण महा सोमवार शक्तिपीठ विशेष श्रावण महा सोमवार रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय हवन
अच्छे स्वास्थ्य एवं तेज दिमाग का आशीष पाने के लिए श्रावण महा सोमवार शक्तिपीठ विशेष श्रावण महा सोमवार रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय हवन
अच्छे स्वास्थ्य एवं तेज दिमाग का आशीष पाने के लिए श्रावण महा सोमवार शक्तिपीठ विशेष श्रावण महा सोमवार रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय हवन
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अच्छे स्वास्थ्य एवं तेज दिमाग का आशीष पाने के लिए श्रावण महा सोमवार शक्तिपीठ विशेष श्रावण महा सोमवार रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय हवन
श्रावण महा सोमवार शक्तिपीठ विशेष

श्रावण महा सोमवार रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय हवन

अच्छे स्वास्थ्य एवं तेज दिमाग का आशीष पाने के लिए
temple venue
शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर , कोलकत्ता, पश्चिम बंगाल
pooja date
5 अगस्त, सोमवार, श्रावण शुक्ल प्रतिपदा (शाम 06:03 बजे तक)
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
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अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

अच्छे स्वास्थ्य एवं तेज दिमाग का आशीष पाने के लिए श्रावण महा सोमवार शक्तिपीठ विशेष श्रावण महा सोमवार रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय हवन

भगवान शिव को देवों के देव महादेव के रूप में जाना जाता है। शास्त्रों के अनुसार श्रावण मास भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। मान्यता है कि इस दौरान भगवान शिव की अराधना करने से वो शीघ्र प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। वहीं श्रावण में सोमवार का दिन और भी शुभ माना जाता है। यही कारण है कि श्रावण के पवित्र माह में सोमवार के दिन भक्त महादेव को प्रसन्न करने के लिए व्रत करते हैं और कई विधि विधान को अपनाते हैं जिनमें महामृत्युंजय हवन एवं रुद्राभिषेक भी शामिल है। इस दिन भगवान शिव के साथ देवी पार्वती के स्वरूप माता काली का आशीर्वाद प्राप्त करने से भक्तों में सकारात्मक ऊर्जा के साथ अच्छे स्वास्थ्य का आशीष भी मिलता है। भगवान शिव एवं माता पार्वती को सृष्टि का जन्मदाता कहा जाता है। हिंदू धर्म के देवी देवताओं के साथ साथ उनके अन्य रूपों की व्याख्या भी शास्त्रों में मिलती है।

पौराणिक काल से ही माता पार्वती को नारीशक्ति का प्रतीक माना जाता रहा है। धरती पर धर्म और न्याय की रक्षा के लिए माता पार्वती ने अनेकों रूप लिए थे। सृष्टि के हित के लिए मां पार्वती ने देवी काली बनकर असुरों का अंत किया। हिन्दू पुराणों देवी काली को एक रूद्र अवतार माना गया है। उनके स्वरुप की बात करें तो उनका रूप भी विकराल माना जाता है। श्रावण माह में सोमवार के दिन पश्चिम बंगाल में स्थित शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर में श्रावण महा सोमवार रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय हवन का आयोजन किया जा रहा है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, यहां देवी सती का दाहिने पैर की उंगली गिरी थी, जब भगवान शिव उनके शव को लेकर तांडव कर रहे थे। इस कारण, यह स्थल अत्यंत पवित्र 51 शक्तिपीठों में शामिल है। मान्यता है कि यहां शुभ दिनों में पूजा करने से देवी काली के साथ भगवान शिव भी अपने भक्तों की सभी इच्छाएं पूर्ण होने का आशीष देते हैं। इसलिए श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और मां काली का आशीष पाएं।

पूजा लाभ

puja benefits
अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद
शास्त्रों के अनुसार, भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए श्रावण सोमवार का दिन सबसे उपयुक्त बताया गया है। मान्यता कि इस दिन शिव के रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय हवन करने से भक्तों की रक्षा होती है और उन्हें अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिलता है। इसके अलावा, शक्तिपीठ कालीघाट में यह पूजा करने से अत्यधिक लाभकारी सिद्ध होगी।
puja benefits
तेज दिमाग के लिए
माना जाता है कि शक्तिपीठ में श्रावण माह के सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने से देवी काली के साथ शिव जी का आशीष भी प्राप्त होता है। इस पूजा को करने से मानसिक क्षमताओं को तेज करने और एकाग्रता में सुधार करने में मदद मिलती है। मान्यता है कि यह एकाग्र और सतर्क मन को प्रोत्साहित करता है।
puja benefits
नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए
मान्यता है कि, श्रावण सोमवार के दिन रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय हवन करने से भक्तों को नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा का आशीष प्राप्त होता हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शक्तिपीठ में विराजित देवी काली सभी बुरी एवं नकारात्मक शक्तियों के विनाश के लिए जानी जाती है। इसलिए इस शुभ दिन पर जो भी भक्त भगवान शिव के साथ देवी काली की आराधना सच्चे दिल से करते हैं उनके जीवन में किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जाएं एवं बुरी शक्तियां टिक नहीं पाती हैं।

पूजा प्रक्रिया

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3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर , कोलकत्ता, पश्चिम बंगाल

शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर , कोलकत्ता, पश्चिम बंगाल
कालीघाट मंदिर, जो कोलकाता, पश्चिम बंगाल में स्थित है, हिंदू धर्म के 51 शक्तिपीठों में से एक है और अत्यंत महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल माना जाता है। यह मंदिर देवी काली को समर्पित है, जो शक्ति, ऊर्जा और विनाश की देवी मानी जाती हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, यहां देवी सती का दाहिने पैर की उंगली गिरी थी, जब भगवान शिव उनके शव को लेकर तांडव कर रहे थे। इस कारण, यह स्थल अत्यंत पवित्र 51 शक्तिपीठों में शामिल है। यहां इस मंदिर में देवी काली की प्रचण्ड रूप की प्रतिमा स्थापित है। इस प्रतिमा में देवी काली भगवान शिव की छाती पर पैर रखे नजर आ रही हैं और उनके गले में नरमुंडों की माला है, उनके हाथ में कुछ कुल्हाड़ी और कुछ नरमुंड हैं, कमर में कुछ नरमुंड भी बंधे हुए हैं। उनकी जीभ बाहर निकली हुई है और जीभ से कुछ रक्त की बूंदे टपक रह हैं। गौरतलब है कि प्रतिमा में मां काली की जीभ स्वर्ण से बनी हुई है।

वर्तमान में मौजूद मंदिर का निर्माण सबॉर्नो रॉय चौधरी परिवार और बाबू कालीप्रसाद दत्तो के संरक्षण में किया गया था, जिसका निर्माण सन् 1798 में शुरू हुआ और 1809 में पूर्ण हुआ। कालीघाट मंदिर का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी बहुत बड़ा है। यह मंदिर कई सैकड़ों वर्षों से श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहा है, जो यहां आकर अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। कालीघाट में देवी काली की पूजा से भक्तों को डर, बुराई, और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति मिलती है और जीवन में शांति, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है। इसके अलावा, यह मंदिर बंगाल के सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रतीक है और यहां के धार्मिक त्योहार, विशेषकर दुर्गा पूजा और काली पूजा, बड़े धूमधाम से मनाए जाते हैं।

पूजा का चयन करें

851

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पूजा संकल्प के दौरान पंडित जी आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

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पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

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पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

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पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पूजा संकल्प के दौरान पंडित जी आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर में भगवान शिव को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पूजा संकल्प के दौरान पंडित जी आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर में भगवान शिव को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
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