जीवन में विलंब एवं बाधाओं से मुक्ति के लिए श्रावण शनिवार विशेष राहु-शनि श्रापित दोष शांति हवन एवं तिल तेल अभिषेक
जीवन में विलंब एवं बाधाओं से मुक्ति के लिए श्रावण शनिवार विशेष राहु-शनि श्रापित दोष शांति हवन एवं तिल तेल अभिषेक
जीवन में विलंब एवं बाधाओं से मुक्ति के लिए श्रावण शनिवार विशेष राहु-शनि श्रापित दोष शांति हवन एवं तिल तेल अभिषेक
जीवन में विलंब एवं बाधाओं से मुक्ति के लिए श्रावण शनिवार विशेष राहु-शनि श्रापित दोष शांति हवन एवं तिल तेल अभिषेक
जीवन में विलंब एवं बाधाओं से मुक्ति के लिए श्रावण शनिवार विशेष राहु-शनि श्रापित दोष शांति हवन एवं तिल तेल अभिषेक
जीवन में विलंब एवं बाधाओं से मुक्ति के लिए श्रावण शनिवार विशेष राहु-शनि श्रापित दोष शांति हवन एवं तिल तेल अभिषेक
जीवन में विलंब एवं बाधाओं से मुक्ति के लिए श्रावण शनिवार विशेष राहु-शनि श्रापित दोष शांति हवन एवं तिल तेल अभिषेक
जीवन में विलंब एवं बाधाओं से मुक्ति के लिए श्रावण शनिवार विशेष राहु-शनि श्रापित दोष शांति हवन एवं तिल तेल अभिषेक
श्रावण शनिवार विशेष

राहु-शनि श्रापित दोष शांति हवन एवं तिल तेल अभिषेक

जीवन में विलंब एवं बाधाओं से मुक्ति के लिए
temple venue
श्री नवग्रह शनि मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश
pooja date
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
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अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

जीवन में विलंब एवं बाधाओं से मुक्ति के लिए श्रावण शनिवार विशेष राहु-शनि श्रापित दोष शांति हवन एवं तिल तेल अभिषेक

ज्योतिष शास्त्र में सभी ग्रहों का अपना महत्व होता है। कुंडली में जब कोई ग्रह मजबूत होता है तो वह जातक को शुभ फल देता है और कमजोर होता है तो अशुभ फल देता है। वहीं कुछ ग्रह दूसरे ग्रहों के साथ मिलकर शुभ व अशुभ दोनों फल देते हैं। राहु एवं शनि का स्वभाव लगभग एक ही तरह है, इनकी युति से अलग-अलग योग बनते हैं जिनमें से एक है श्रापित योग। ज्योतिष शास्त्र में इसे महाकष्टकारी योग को माना जाता है। जिनकी कुंडली में ये योग बनता है उन्हें अत्यंत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ज्योतिष के अनुसार, राहु ग्रह व्यक्ति की बुद्धि को भ्रमित कर देता है जिससे उसके कार्यों में विलंब होता है और शनि के नकारात्मक प्रभावों से व्यक्ति के जीवन में कई बाधाएं उत्पन्न होती हैं।

हिंदू धर्म में श्रावण मास भगवान शिव को प्रिय माना जाता है। मान्यता है कि श्रावण के पावन महीने में भगवान शिव की पूजा करने से ग्रह दोष दूर होते हैं। राहु को भगवान शिव का बहुत बड़ा भक्त माना जाता है। कहा जाता है कि जब कुंडली में राहु प्रतिकूल स्थिति में हो तो भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। वहीं शनिवार का दिन शनि को समर्पित होता है। इसलिए कुंडली में राहु और शनि के प्रभाव को शांत करने और इनके दुष्प्रभावों से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव के प्रिय महीने श्रावण में शनिवार के दिन पूजा करना अत्यंत लाभकारी होता है। इस शुभ संयोग पर महाकाल की नगरी उज्जैन में राहु-शनि श्रापित दोष शांति हवन और तिल तेल अभिषेक पूजा का आयोजन किया जाएगा। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में शामिल हों और राहु और शनि के अशुभ प्रभावों से मुक्ति पाएं।

पूजा लाभ

puja benefits
जीवन में विलंब से बचाव
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु को भ्रम, अनिश्चितता और अस्थिरता का कारक माना जाता है। यह ग्रह व्यक्ति को एकाग्र होने से रोकता है, जिससे किसी भी कार्य में विलंब होता है। ऐसा माना जाता है कि राहु-शनि श्रापित दोष शांति हवन और तिल तेल अभिषेक करने से जीवन में किसी भी कार्य को शीघ्रता और सफलतापूर्वक पूरा करने का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
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बाधाओं से बचाव
शनि को कर्म का कारक माना जाता है। इस ग्रह का नकारात्मक प्रभाव व्यक्ति के जीवन में विभिन्न प्रकार की बाधाएं उत्पन्न करता है। जब कुंडली में राहु शनि के साथ स्थित होता है, तो यह श्रापित दोष बनाता है, जिसे ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अत्यंत अशुभ माना जाता है। इससे व्यक्ति के जीवन में बाधाएं आती हैं। इस दोष से मुक्ति पाने के लिए श्रावण मास के पावन महीने में शनिवार को राहु-शनि श्रापित दोष शांति हवन और तिल तेल अभिषेक करना अत्यंत प्रभावी बताया गया है।
puja benefits
राहु और शनि दोषों से मुक्ति
ऐसा कहा जाता है कि शनि और राहु दोनों ही कई समस्याएं उत्पन्न करते हैं। यही कारण है कि लोग इनका नाम सुनकर ही डर जाते हैं। कुंडली में राहु-शनि दोष करियर, रोजगार और वैवाहिक जीवन को प्रभावित करता है, जिससे व्यक्ति हमेशा चिंता से घिरा रहता है। इस दोष से मुक्ति पाने के लिए यह पूजा बेहद लाभकारी मानी जाती है।

पूजा प्रक्रिया

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पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
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गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
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हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा का लाइव अपडेट्स प्राप्त करें।
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पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

श्री नवग्रह शनि मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश

श्री नवग्रह शनि मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश
क्षिप्रा नदी के तट पर बसी नगरी उज्जैन में स्थित श्री नवग्रह शनि मंदिर की स्थापना राजा विक्रमादित्य ने की थी। वर्णित हैं कि, राजा विक्रमादित्य ने इस मंदिर की स्थापना शनि की साढ़ेसाती से मुक्त होने के बाद कराई थी। शनिदेव के साथ भगवान नवग्रह शांति मंडल के स्वरुप में विराजमान है, सभी ग्रहों की दशाएं विराजमान हैं। कहा जाता है कि विक्रमादित्य ने इस मंदिर को बनाने के बाद ही विक्रम संवत की शुरुआत की थी। इस मंदिर में शनिदेव भगवान शिव के रूप में विराजमान हैं।

यहां आने वाले श्रद्धालु अपनी मनोकामना के लिए शनिदेव पर तेल चढ़ाते हैं। मान्यता है कि जो भी यहां सच्चे मन से शनिदेव को प्रसन्न करता है उसे शनिदेव कभी दुख नहीं देते और सारे कष्ट दूर कर देते हैं। साथ ही देश के कोने-कोने से लोग यहां ग्रह दोष या फिर ग्रहों से होने वाले नकारात्मक प्रभाव एवं उससे आने वाले कार्य में बाधाओं से मुक्ति के लिए यहां पूजा करते हैं।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
महाशिवरात्रि 4 प्रहर अभिषेक
8 March 2023
दिव्य महाकाली मध्यरात्रि तांत्रोक्त यज्ञ
7 May 2023
शनि शांति यज्ञ और तिल तेल अभिषेक
4 May 2023

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
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रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
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शिवराज डोभी

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मुकुल राज

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