श्री जानकीनाथ जी की आरती
image
downloadडाउनलोड
shareसाझा करें
ShareWhatsApp

श्री जानकीनाथ जी की आरती

श्री जानकीनाथ की आरती से भक्तों को दांपत्य जीवन में प्रेम और सामंजस्य की प्राप्ति होती है, साथ ही भगवान राम के आदर्श जीवन से प्रेरणा मिलती है।

श्री जानकीनाथ आरती के बारे में

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्री राम और माता सीता की पूजा के बाद जानकीनाथ जी आरती की जाती है। अगर कोई व्यक्ति श्री जानकीनाथ जी की आरती करता है, तो उसके सभी दु:खों और कष्टों का नाश होता है। इसी के साथ श्री जानकीनाथ जी की आरती करने से जातक को भगवान श्रीराम की विशेष कृपा प्राप्त होती है और सभी पापों का नाश होता है। तो आइए पढ़ते हैं श्री जानकीनाथ जी की आरती (Shri Janki Nath Ki Aarti In Hindi) हिंदी में।

जानकीनाथ जी की आरती

ॐ जय जानकीनाथा, जय श्री रघुनाथा ।

दोउ कर जोरें बिनवौं, प्रभु! सुनिये बाता ॥

ॐ जय..॥

तुम रघुनाथ हमारे, प्राण पिता माता ।

तुम ही सज्जन-संगी, भक्ति मुक्ति दाता ॥

ॐ जय..॥

लख चौरासी काटो, मेटो यम त्रासा ।

निशदिन प्रभु मोहि रखिये, अपने ही पासा

॥ ॐ जय..॥

राम भरत लछिमन, सँग शत्रुहन भैया ।

जगमग ज्योति विराजै, शोभा अति लहिया

॥ ॐ जय..॥

हनुमत नाद बजावत, नेवर झमकाता ।

स्वर्णथाल कर आरती, करत कौशल्या माता

॥ ॐ जय..॥

सुभग मुकुट सिर, धनु सर, कर शोभा भारी ।

मनीराम दर्शन करि, पल-पल बलिहारी

॥ ॐ जय..॥

जय जानकिनाथा, हो प्रभु जय श्री रघुनाथा ।

हो प्रभु जय सीता माता, हो प्रभु जय लक्ष्मण भ्राता

॥ ॐ जय..॥

हो प्रभु जय चारौं भ्राता, हो प्रभु जय हनुमत दासा ।

दोउ कर जोड़े विनवौं, प्रभु मेरी सुनो बाता

॥ ॐ जय..॥

॥ इति श्री जानकीनाथ आरती संपूर्णम् ॥

divider
श्री मंदिर द्वारा प्रकाशित·31 मार्च 2025

ये लेख आपको कैसा लगा?

srimandir-logo

श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

Address:

Firstprinciple AppsForBharat Private Limited 435, 1st Floor 17th Cross, 19th Main Rd, above Axis Bank, Sector 4, HSR Layout, Bengaluru, Karnataka 560102

Play StoreApp Store

हमे फॉलो करें

facebookinstagramtwitterwhatsapp

© 2025 SriMandir, Inc. All rights reserved.