शरीर, मन और पर्यावरण से नकारात्मकता को दूर करने के आशीर्वाद के लिए कार्तिगाई मासम् पहला सोमवार विशेष 108 शंख स्फटिक लिंगम शिव रुद्राभिषेक और 11,000 शिव रुद्र मंत्र जाप
शरीर, मन और पर्यावरण से नकारात्मकता को दूर करने के आशीर्वाद के लिए कार्तिगाई मासम् पहला सोमवार विशेष 108 शंख स्फटिक लिंगम शिव रुद्राभिषेक और 11,000 शिव रुद्र मंत्र जाप
शरीर, मन और पर्यावरण से नकारात्मकता को दूर करने के आशीर्वाद के लिए कार्तिगाई मासम् पहला सोमवार विशेष 108 शंख स्फटिक लिंगम शिव रुद्राभिषेक और 11,000 शिव रुद्र मंत्र जाप
शरीर, मन और पर्यावरण से नकारात्मकता को दूर करने के आशीर्वाद के लिए कार्तिगाई मासम् पहला सोमवार विशेष 108 शंख स्फटिक लिंगम शिव रुद्राभिषेक और 11,000 शिव रुद्र मंत्र जाप
शरीर, मन और पर्यावरण से नकारात्मकता को दूर करने के आशीर्वाद के लिए कार्तिगाई मासम् पहला सोमवार विशेष 108 शंख स्फटिक लिंगम शिव रुद्राभिषेक और 11,000 शिव रुद्र मंत्र जाप
शरीर, मन और पर्यावरण से नकारात्मकता को दूर करने के आशीर्वाद के लिए कार्तिगाई मासम् पहला सोमवार विशेष 108 शंख स्फटिक लिंगम शिव रुद्राभिषेक और 11,000 शिव रुद्र मंत्र जाप
शरीर, मन और पर्यावरण से नकारात्मकता को दूर करने के आशीर्वाद के लिए कार्तिगाई मासम् पहला सोमवार विशेष 108 शंख स्फटिक लिंगम शिव रुद्राभिषेक और 11,000 शिव रुद्र मंत्र जाप
कार्तिगाई मासम् पहला सोमवार विशेष

108 शंख स्फटिक लिंगम शिव रुद्राभिषेक और 11,000 शिव रुद्र मंत्र जाप

शरीर, मन और पर्यावरण से नकारात्मकता को दूर करने के आशीर्वाद के लिए
temple venue
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु
pooja date
18 नवम्बर, सोमवार, मार्गशीर्ष कृष्ण तृतीया
पूजा बुकिंग बंद होने में शेष समय:
Day
Hour
Min
Sec
slideslideslide
srimandir devotees
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अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

शरीर, मन और पर्यावरण से नकारात्मकता को दूर करने के आशीर्वाद के लिए कार्तिगाई मासम् पहला सोमवार विशेष 108 शंख स्फटिक लिंगम शिव रुद्राभिषेक और 11,000 शिव रुद्र मंत्र जाप

कार्तिगई मास तमिल पंचांग के सबसे शुभ महीनों में से एक माना जाता है। यह मास भगवान शिव की पूजा के लिए अत्यधिक शुभ माना गया है। इस पवित्र माह में भगवान शिव को समर्पित सोमवार के दिन भक्त कई तरह के विशेष अनुष्ठान करते हैं, जिसमें 108 शंख से स्फटिक लिंगम शिव रुद्राभिषेक करना और 11,000 शिव रुद्र मंत्रों का जाप को अत्यंत फलदायी बताया गया है। दरअसल भगवान शिव की पूजा में शंख एवं स्फटिक लिंगम को जीवन में शांति और संतुलन का प्रतीक माना गया है। इसलिए इस शुभ दिन पर पवित्र अनुष्ठान को करने से कई आध्यात्मिक और मानसिक लाभ मिलते हैं। दरअसल, हिंदु धर्म में शंख को शीतलता व शुद्धता का प्रतीक माना गया है। मान्यता है कि स्फटिक लिंगम पर शंख द्वारा जल या दूध भरकर मंत्र जाप के साथ अभिषेक करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है व नकारात्मक ऊर्जाएं समाप्त होती हैं। इसके अलावा शंख की ध्वनि से नकारात्मकता दूर होती है और शांति का माहौल बनता है। वहीं, बात करें अगर स्फटिक लिंगम की तो ये क्रिस्टल से बना शिवलिंग होता है जो अत्यंत पवित्र एवं शक्तिशाली होता है। यह शुद्धता, शांति व शक्ति का प्रतीक है।

मान्यता है कि स्फटिक लिंगम का अभिषेक करने से नकारात्मक ऊर्जाएं समाप्त होती हैं और सकारात्मकता का प्रवाह होता है, जिससे भक्त को मानसिक व आत्मिक शांति मिलती है। बात करें, 108 शंख और 11,000 मंत्रों के जाप की तो शास्त्रों में इन दोनों ही संख्याओं का विशेष महत्व बताया है। जहां माला के 108 अंक जीवन-मृत्यु के चक्र का प्रतिनिधित्व करता है। वहीं, 11,000 जाप ऊंचे आध्यात्मिक स्तर को प्राप्त करने और दिव्य आशीर्वाद पाने में मदद करता है। यही कारण है कि कार्तिगाई मासम् में पहले सोमवार को 108 शंख स्फटिक लिंगम शिव रुद्राभिषेक के साथ 11,000 शिव रुद्र मंत्र जाप करने से शरीर, मन और पर्यावरण से नकारात्मकता को दूर करने का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसलिए दक्षिण भारत के तिरुनेलवेली में स्थित एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में इस अनुष्ठान का आयोजन किया जाए रहा है। इस विशेष पूजा में श्री मंदिर के माध्यम से सम्मिलित हों और भगवान शिव का दिव्य आशीष पाएं।

पूजा लाभ

puja benefits
शरीर, मन और पर्यावरण से नकारात्मकता को दूर करने के आशीर्वाद के लिए
शिव रुद्राभिषेक और मंत्र जाप से शरीर, मन और पर्यावरण से नकारात्मकता को दूर करने का अत्यंत प्रभावशाली मार्ग है। शंख से स्फटिक लिंग पर अभिषेक करने से वातावरण शुद्ध होता है और इसकी शीतलता मन को शांति व सकारात्मकता से भर देती है। वहीं 11,000 रुद्र मंत्रों का जाप हमारे अंदर की नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त कर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
puja benefits
बेहतर स्वास्थ्य के आशीष के लिए
भगवान शिव को नकारात्मकता दूर करने वाला देवता माना जाता है। मान्यता है कि कार्तिक माह के पहले सोमवार पर रुद्राभिषेक, विशेषकर शंख से स्फटिक लिंगम पर अभिषेक अभिषेक करना अच्छे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है। शंख द्वारा शिवलिंग पर अभिषेक करने से वातावरण में शीतलता और शुद्धता का संचार होता है, जो मानसिक शांति और तनाव से मुक्ति प्रदान करता है। इसके अलावा 11,000 बार रूद्र मंत्र का जाप शरीर के ऊर्जा को संतुलित करता है जिससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
puja benefits
सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए
भगवान शिव वह देव हैं, जो अपने भक्तों से जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। यही कारण है कि उन्हें भोलेभंडारी भी कहा जाता है। मान्यता है कि कार्तिक माह के पहले सोमवार के दिन 108 शंख से स्फटिक लिंगम पर रुद्राभिषेक व 11,000 शिव रुद्र मंत्र जाप करने से भक्तों को सभी मनोकामनाओं की पूर्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

पूजा प्रक्रिया

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पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
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पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु

एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु
तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में स्थित एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर एक पूजनीय तीर्थस्थल है, जिसका आध्यात्मिक महत्व बहुत गहरा है। 120 साल पहले प्रतिष्ठित ऋषि मायांडी सिद्धर द्वारा स्थापित यह मंदिर चिरस्थायी परंपरा और भक्ति का प्रमाण है। ऋषि मायांडी सिद्धर ने भगवान राम के गहन ध्यान और दर्शन के बाद इस मंदिर का निर्माण कराया था। इस मंदिर से जुडी कई चमत्कारिक कथाओं के बारे में सुनने को मिलता है, जिनमें भगवान पेरुमल की मुख्य मूर्ति भी शामिल है, जिसे मूर्तिकला का कोई औपचारिक ज्ञान न रखने वाले एक साधारण व्यक्ति ने गढ़ा था। मंदिर में कई पवित्र मूर्तियाँ हैं, जिनमें शुद्ध स्पष्ट क्वार्ट्ज से बना उल्लेखनीय स्फटिक लिंगम भी शामिल है।

शास्त्रों के अनुसार, स्फटिक लिंगम की पूजा करने से भक्तों में आत्मविश्वास, आत्म-सम्मान और शक्ति आती है, साथ ही चिंताएँ और नकारात्मक प्रभाव से भी राहत मिलता है। यह स्फटिक लिंगम विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ऋषिकेश के बाद भारत में सबसे बड़े स्फटिक लिंगम में से एक है। यह मंदिर भगवान राम से जुड़े होने के कारण भी प्रसिद्ध है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यह वह स्थान है जहाँ भगवान राम ने जटायु को मोक्ष प्रदान किया था और अपने पिता का अंतिम संस्कार किया था। भक्तगण एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में भगवान राम, भगवान कृष्ण, भगवान कार्तिकेय, भगवान शिव और भगवान हनुमान से आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं। मान्यता है कि यहाँ पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं और जीवन में उन्हें सभी प्रयासों में सफलता मिलती है।

पूजा का चयन करें

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व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
भगवान शिव की पूजा संपन्न होने के बाद पवित्र तीर्थ प्रसाद जैसे- पंचमेवा, गंगाजल, विभूति, रूद्राक्ष, चंदन, लाल मौली 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह प्रसाद, आपकी पूजा बुकिंग के साथ ही, बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेजा जाएगा।

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पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
भगवान शिव की पूजा संपन्न होने के बाद पवित्र तीर्थ प्रसाद जैसे- पंचमेवा, गंगाजल, विभूति, रूद्राक्ष, चंदन, लाल मौली 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह प्रसाद, आपकी पूजा बुकिंग के साथ ही, बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेजा जाएगा।

2001

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में भगवान शिव को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
भगवान शिव की पूजा संपन्न होने के बाद पवित्र तीर्थ प्रसाद जैसे- पंचमेवा, गंगाजल, विभूति, रूद्राक्ष, चंदन, लाल मौली 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह प्रसाद, आपकी पूजा बुकिंग के साथ ही, बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेजा जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में भगवान शिव को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
भगवान शिव की पूजा संपन्न होने के बाद पवित्र तीर्थ प्रसाद जैसे- पंचमेवा, गंगाजल, विभूति, रूद्राक्ष, चंदन, लाल मौली 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह प्रसाद, आपकी पूजा बुकिंग के साथ ही, बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेजा जाएगा।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
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कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

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