भौतिक कल्याण और भावनात्मक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए रमा एकादशी सत्यनारायण ज्योतिर्लिंग विशेष सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा
भौतिक कल्याण और भावनात्मक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए रमा एकादशी सत्यनारायण ज्योतिर्लिंग विशेष सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा
भौतिक कल्याण और भावनात्मक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए रमा एकादशी सत्यनारायण ज्योतिर्लिंग विशेष सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा
भौतिक कल्याण और भावनात्मक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए रमा एकादशी सत्यनारायण ज्योतिर्लिंग विशेष सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा
भौतिक कल्याण और भावनात्मक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए रमा एकादशी सत्यनारायण ज्योतिर्लिंग विशेष सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा
भौतिक कल्याण और भावनात्मक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए रमा एकादशी सत्यनारायण ज्योतिर्लिंग विशेष सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा
भौतिक कल्याण और भावनात्मक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए रमा एकादशी सत्यनारायण ज्योतिर्लिंग विशेष सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा
रमा एकादशी सत्यनारायण ज्योतिर्लिंग विशेष

सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा

भौतिक कल्याण और भावनात्मक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए
temple venue
श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, खंडवा, मध्य प्रदेश
pooja date
28 अक्टूबर, सोमवार, रमा एकादशी
पूजा बुकिंग बंद होने में शेष समय:
Day
Hour
Min
Sec
slideslideslide
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

भौतिक कल्याण और भावनात्मक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए रमा एकादशी सत्यनारायण ज्योतिर्लिंग विशेष सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा

हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत महत्व है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, हर साल कुल 24 एकादशियां मनाई जाती हैं। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, भगवान कृष्ण ने धर्मराज युधिष्ठिर को रमा एकादशी का महत्व बताया था। यह एकादशी दिवाली से चार दिन पहले कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष में आती है। इसे रंभा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। यह एकादशी भगवान विष्णु की सबसे प्रिय मानी जाती है और पुण्य अर्जित करने के लिए महत्वपूर्ण है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। स्कंद पुराण के अनुसार भगवान सत्यनारायण श्री हरि विष्णु का एक रूप हैं। इसलिए इस शुभ दिन पर भगवान सत्यनारायण की विशेष पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि रमा एकादशी पर सत्यनारायण कथा करने का विशेष महत्व है। पुराणों में सत्यनारायण व्रत कथा के महत्व पर प्रकाश डाला गया है। भगवान सत्यनारायण ने स्वयं नारद मुनि को इस कथा की महिमा सुनाई थी। सत्यनारायण व्रत कथा भगवान विष्णु के सत्य रूप के बारे में बताती है। ऐसा माना जाता है कि इस व्रत कथा को करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और भगवान विष्णु की निरंतर कृपा बनी रहती है।

शास्त्रों के अनुसार, सत्यनारायण कथा करने से हजारों वर्षों के यज्ञ के समान लाभ मिलता है। ऐसा माना जाता है कि रमा एकादशी के दिन यह कथा करने से सभी दुख और दरिद्रता दूर होती है, जिससे व्यक्ति के जीवन में शांति, सुख और समृद्धि आती है। साथ ही, व्यक्ति को सभी परेशानियों से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा, एकादशी को नवग्रह शांति पूजा करने के लिए भी एक शुभ दिन माना जाता है। मान्यता है कि यह पूजा किसी की कुंडली में ग्रह दोषों के नकारात्मक प्रभावों को कम करने में मदद करती है, जो व्यक्ति के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। यह भी माना जाता है कि एकादशी के दिन नवग्रह शांति पूजा करने से व्यक्ति को मानसिक स्वास्थ्य और समृद्धि प्राप्त करने में मदद मिलती है। इस पूजा का महत्व तब और बढ़ जाता है जब इसे ज्योतिर्लिंग पर किया जाता है क्योंकि भगवान शिव को सभी नवग्रहों का नियंत्रक माना जाता है और सभी ग्रहों के कष्टों को दूर करने के लिए उनकी पूजा की जाती है। इसलिए, रमा एकादशी पर ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग पर सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा का आयोजन किया जाएगा। यह ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से चौथा ज्योतिर्लिंग है और इसे स्वयंभू लिंग माना जाता है। श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष पूजा में भाग लें और भौतिक और भावनात्मक कल्याण के लिए आशीर्वाद प्राप्त करें।

पूजा लाभ

puja benefits
भौतिक सुख-समृद्धि की प्राप्ति
मान्यता है कि सत्यनारायण कथा से आर्थिक स्थिरता और समृद्धि आती है। माना जाता है कि रमा एकादशी पर सत्यनारायण कथा कर भक्त धन और भौतिक सफलता के लिए आशीर्वाद मांगते हैं। वहीं, नवग्रह शांति पूजा, जो नौ ग्रहों को शांत करती है, इस दिन करने से ग्रह बाधाओं को दूर कर सकती है और समृद्धि को आकर्षित कर सकती है। यह पूजा व्यवसाय और प्रोफेशनल लाइफ में किए गए प्रयासों में सफलता की संभावना को भी बढ़ाती है। भगवान सत्यनारायण के आशीष से सभी नवग्रहों के अनुकूल प्रभावों के कारण व्यावसायिक लक्ष्यों और आर्थिक विकास को प्राप्त करने में मदद मिलती है।
puja benefits
भावनात्मक कल्याण के आशीष के लिए
माना जाता है कि रमा एकादशी के दिन सत्यनारायण कथा के साथ नवग्रह शांति पूजा करने से ग्रहों के प्रभावों में सामंजस्य स्थापित होता है, जिससे आंतरिक शांति और मन की संतुलित स्थिति को बढ़ावा मिलता है। भगवान सत्यनारायण और नौ ग्रहों का आह्वान करके, भक्तों को आंतरिक शांति और भावनात्मक संतुलन की भावना का अनुभव होता है। ऐसा माना जाता है कि यह पूजा मन में उत्पन्न नकारात्मक भावनाओं को दूर करने और सकारात्मकता को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है।
puja benefits
अच्छा सेहत के आशीष के लिए
माना जाता है कि सत्यनारायण कथा और नवग्रह शांति पूजा शरीर और मन को शुद्ध करके समग्र कल्याण को बढ़ावा देती है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान नारायण की कृपा से दुखों का निवारण हो सकता है, जिससे व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, नवग्रह शांति पूजा, विशेष रूप से, स्वास्थ्य पर ग्रहों की स्थिति के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने के लिए की जाती है, जिससे संभावित रूप से बेहतर स्वास्थ्य और जीवन शक्ति सुनिश्चित होती है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

संकल्प के लिए अपना नाम एवं गोत्र भरें।
Number-3

पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, खंडवा, मध्य प्रदेश

श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, खंडवा, मध्य प्रदेश
भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से चौथा ज्योतिर्लिंग है श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, इन्हें स्वयंभू लिंग माना जाता है। यह मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में नर्मदा नदी के बीच मन्धाता या शिवपुरी नाम के द्वीप पर स्थित है। यहां ज्योतिर्लिंग दो स्वरूप में मौजूद है। जिनमें से एक को ममलेश्वर के नाम से और दूसरे को ओंकारेश्वर नाम से जाना जाता है। ममलेश्वर नर्मदा के दक्षिण तट पर ओंकारेश्वर से थोड़ी दूर स्थित है। अलग होते हुए भी इनकी गणना एक ही की जाती है। ओमकार का उच्चारण सर्वप्रथम स्रष्टिकर्ता ब्रह्मा के मुख से हुआ था। वेद पाठ का प्रारंभ भी ॐ के बिना नहीं होता है। मान्यता है कि मां नर्मदा भी यहां स्वयं ॐ के आकार में बहती हैं। शास्त्रों के अनुसार ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन मात्र से समस्त पापों से मुक्ति मिल जाती है। पुराणों में स्कन्द पुराण, शिवपुराण व वायुपुराण में ओम्कारेश्वर क्षेत्र की महिमा का उल्लेख है।

पौराणिक कथा के अनुसार भोलेनाथ तीनों लोकों के भ्रमण के बाद यहां रात्रि में शयन के लिए आते हैं। कहते हैं पृथ्वी पर ये एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां शिव-पार्वती रोज चौसर पांसे खेलते हैं। रात्रि में शयन आरती के बाद यहां प्रतिदिन चौपड़ बिछाए जाते हैं और गर्भग्रह बंद कर दिया जाता है। आश्चर्य की बात है कि जिस मंदिर के भीतर रात के समय परिंदा भी पर नहीं मार पाता है वहां हर दिन चौपड़ बिखरे पाए जाते हैं। यह तथ्य इस मंदिर के धार्मिक महत्व को और बढा देता है यही कारण है कि सभी तीर्थों के दर्शन पश्चात ओंकारेश्वर के दर्शन व पूजन विशेष महत्व है। तीर्थ यात्री सभी तीर्थों का जल लाकर ओमकारेश्वर में अर्पित करते हैं, तभी सारे तीर्थ पूर्ण माने जाते हैं अन्यथा वे अधूरे ही माने जाते हैं।

पूजा का चयन करें

851

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

1251

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

2001

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में भगवान सत्यनारायण को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में भगवान सत्यनारायण को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
महाशिवरात्रि 4 प्रहर अभिषेक
8 March 2023
दिव्य महाकाली मध्यरात्रि तांत्रोक्त यज्ञ
7 May 2023
शनि शांति यज्ञ और तिल तेल अभिषेक
4 May 2023

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
User review
User Image

जय राज यादव

दिल्ली
User review
User Image

रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
User review
User Image

अपर्णा मॉल

पुरी
User review
User Image

शिवराज डोभी

आगरा
User review
User Image

मुकुल राज

लखनऊ

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों