सनातन धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है। प्रत्येक मास की तरह कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष पर भी अमावस्या पड़ती है, जिसे कार्तिक अमावस्या कहते हैं। धार्मिक दृष्टिकोण से कार्तिक अमावस्या सबसे शुभ तिथियों में से एक है। वैसे तो अमावस्या तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है लेकिन कार्तिक अमावस्या पर भगवान शिव की पूजा भी शुभ मानी जाती है, क्योंकि इस समयकाल में भगवान शिव ही सृष्टि चला रहे होते हैं। यूं तो शास्त्रों में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के दिव्य अनुष्ठान बताए गए हैं, जिसमें से एक है रुद्राभिषेक। रुद्राभिषेक का अर्थ है रुद्र रूपी शिवलिंग का मंत्रोच्चार के साथ पवित्र जल, दूध, शहद और अन्य सामग्रियों से स्नान कराना। रुद्राष्टाध्यायी के अनुसार शिव ही रुद्र हैं। माना जाता है कि रुद्र रुप में प्रतिष्ठित शिव मनुष्य के दुखों को शीघ्र ही समाप्त कर देते हैं। यही कारण है कि भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रुद्राभिषेक करते हैं।
मान्यता है कि कार्तिक अमावस्या पर रुद्राभिषेक करने से बेहतर स्वास्थ्य और नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा का आशीर्वाद प्राप्त होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पूरे साल शिव पूजा से जो पुण्य फल मिलता है, वह इस शुभ दिन पर भगवान शिव के रुद्राभिषेक से प्राप्त होता है। यदि यह अनुष्ठान एक साथ देश के चार बड़े शिवालयों में किया जाए तो यह कई गुना अधिक फलदायी हो सकता है। इसलिए श्री मंदिर कार्तिक अमावस्या के शुभ अवसर पर निम्न चार शिवालयों पर महा रुद्राभिषेक का आयोजन करा रहा है।
महामृत्युंजय महादेव मंदिर, काशी: काशी के महामृत्युंजय मंदिर में रूद्राभिषेक के द्वारा आरोग्य की प्राप्ति यानि अच्छे सेहत की कामना की जाती है। यह देश का एकलौता मंदिर है जहां महादेव, मृत्युंजय रूप में विराजित हैं।
जटा तीर्थम, रामेश्वरम: रामेश्वरम में स्थित जटा तीर्थम भगवान शिव के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। पौराणिक मान्यता है कि भगवान राम ने भी भगवान शिव की पूजा की थी।
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, मध्य प्रदेश: ओंकारेश्वर भगवान शिव के 12वें ज्योतिर्लिंगों में से एक है। मान्यता है कि यहां रुद्राभिषेक करने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी होती हैं और धन धान्य का आशीष मिल सकता है।
मंगलनाथ महादेव मंदिर, उज्जैन: मान्यता है कि इस मंदिर में रूद्राभिषेक करने से मंगल एवं अन्य ग्रह दोषों से निवारण का वरदान मिलता है। कहा जाता है कि यहां की गई पूजा जीवन में सुख समृद्धि और शुभता लाती है।
ऐसे में श्री मंदिर के माध्यम से कार्तिक अमावस्या के शुभ अवसर पर देश के चार बड़े शिवालयों में होने वाले इस महा रुद्राभिषेक अनुष्ठान में भाग लें और भगवान शिव द्वारा बेहतर स्वास्थ्य और नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा का आशीर्वाद प्राप्त करें।