सर्वोच्च साहस और नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए कालभैरव जयंती काशी विशेष कालभैरव तंत्र युक्त महायज्ञ एवं कालभैरवाष्टकम्
सर्वोच्च साहस और नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए कालभैरव जयंती काशी विशेष कालभैरव तंत्र युक्त महायज्ञ एवं कालभैरवाष्टकम्
सर्वोच्च साहस और नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए कालभैरव जयंती काशी विशेष कालभैरव तंत्र युक्त महायज्ञ एवं कालभैरवाष्टकम्
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कालभैरव जयंती काशी विशेष

कालभैरव तंत्र युक्त महायज्ञ एवं कालभैरवाष्टकम्

सर्वोच्च साहस और नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए
temple venue
श्री क्रोधन भैरव मंदिर, काशी, उत्तर प्रदेश
pooja date
23 नवम्बर, शनिवार, मार्गशीर्ष कृष्ण अष्टमी
पूजा बुकिंग बंद होने में शेष समय:
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अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

सर्वोच्च साहस और नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए कालभैरव जयंती काशी विशेष कालभैरव तंत्र युक्त महायज्ञ एवं कालभैरवाष्टकम्

काल भैरव जयंती, जिसे भैरव अष्टमी के नाम से भी जाना जाता है, भगवान शिव के उग्र रूप काल भैरव के सम्मान में मनाई जाती है। मान्यता है कि इसी दिन काल भैरव का जन्म हुआ था। काल भैरव के प्राकट्य से जुड़ी एक प्राचीन कथा है। कहा जाता है कि एक बार भगवान विष्णु और भगवान ब्रह्मा में यह विवाद हुआ कि उनमें से कौन श्रेष्ठ है, और दोनों ने एक-दूसरे को अपनी संतान बताया। उसी समय, एक अग्नि स्तंभ प्रकट हुआ और घोषणा की कि जो इस स्तंभ का आदि या अंत खोज लेगा, वही महान माना जाएगा। भगवान ब्रह्मा ने हंस का रूप धारण कर स्तंभ का शीर्ष खोजने का प्रयास किया, जबकि भगवान विष्णु ने वराह का रूप धारण कर स्तंभ के मूल को खोजने की कोशिश की। विष्णु जी ने स्वीकार किया कि वे स्तंभ का अंत नहीं पा सके, परंतु ब्रह्मा जी ने झूठ बोलते हुए कहा कि उन्होंने इसका शीर्ष खोज लिया है। तब वह स्तंभ मानव रूप में प्रकट हुआ और भगवान शिव के रूप में प्रकट हुआ। भगवान शिव ब्रह्मा के इस झूठ से क्रोधित हुए और उन्हें श्राप दिया कि उनकी पूजा कभी नहीं की जाएगी।

क्रोध में आकर भगवान ब्रह्मा ने शिव का अपमान किया, जिसके परिणामस्वरूप शिव ने अपने भीतर से उग्र रूप भैरव की उत्पत्ति की। बाबा भैरव ने ब्रह्मा का पाँचवाँ सिर काट दिया, लेकिन वह सिर उनके हाथ से अलग नहीं हुआ। इस कार्य को ब्रह्महत्या (ब्राह्मण की हत्या) का पाप माना गया। इस पाप से मुक्ति पाने के लिए भैरव को संसार में भ्रमण करना पड़ा। अंततः काशी में ब्रह्मा का सिर उनके हाथ से गिर गया और वे इस पाप से मुक्त हो गए। तब भगवान शिव ने घोषणा की कि काल भैरव ने समय चक्र पर विजय प्राप्त कर ली है, इसलिए उनका नाम 'काल भैरव' होगा और वे काशी के रक्षक होंगे। तब से काल भैरव काशी की सुरक्षा करते हैं और भक्तों को बुरी शक्तियों से बचाते हैं। मान्यता है कि काशी में काल भैरव की पूजा करने से नकारात्मक और बुरी शक्तियाँ दूर हो जाती हैं और भक्तों को असीम साहस प्राप्त होता है। यह भी कहा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति काल भैरव जयंती पर उनकी पूजा करता है, तो उसे विशेष लाभ प्राप्त होते हैं। इसलिए, काल भैरव जयंती के अवसर पर काशी में श्री काल भैरव तंत्र युक्त महायज्ञ और कालभैरवाष्टकम का आयोजन किया जाएगा। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और काल भैरव का आशीर्वाद प्राप्त करें।

पूजा लाभ

puja benefits
सर्वोच्च साहस के आशीर्वाद के लिए
भगवान भैरव को अपार शक्ति और निर्भयता के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। ऐसा माना जाता है कि काल भैरव जयंती पर काशी में बाबा काल भैरव की पूजा करने से भक्तों को अटूट साहस और दृढ़ संकल्प के साथ चुनौतियों का सामना करने का आशीर्वाद मिलता है। भैरव का अर्थ है भय का नाश करने वाला, इसलिए ऐसा माना जाता है कि जो कोई भी काल भैरव जयंती पर काल भैरव की पूजा करता है, वह भय से मुक्त हो जाता है।
puja benefits
नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए
माना जाता है कि काल भैरव जयंती पर काशी में भगवान भैरव की पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा कवच का काम करती है और सभी तरह की नकारात्मक, बुरी शक्तियों और खतरों से रक्षा होती है। ऐसा माना जाता है कि काल भैरव जयंती पर यह पूजा करने से भगवान भैरव अपने भक्तों को नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा का आशीर्वाद देते हैं।
puja benefits
बाधाओं से मुक्ति के लिए
काल भैरव काशी के कोतवाल हैं, जो काशी और अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। मान्यता है कि काल भैरव जयंती पर काशी में श्री काल भैरव तंत्र युक्त महायज्ञ और कालभैरवाष्टकम करने से भक्तों के जीवन से सभी बाधाएं और कठिनाइयां दूर हो जाती हैं और भक्तों को काल भैरव की कृपा से सुख और कल्याण की प्राप्ति होती है।

पूजा प्रक्रिया

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पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
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पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो और दिव्य आशीर्वाद बॉक्स

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में दिव्य आशीर्वाद बॉक्स प्राप्त करें।

श्री क्रोधन भैरव मंदिर, काशी, उत्तर प्रदेश

श्री क्रोधन भैरव मंदिर, काशी, उत्तर प्रदेश
महादेव की नगरी काशी में भक्तों की पूजा आठ भैरव के दर्शन के बिना अधूरी मानी जाती है। इस आठ भैरव में से एक है श्री क्रोधन भैरव, जिन्हें आदि भैरव भी कहा जाता है। मान्यता है की इनके दर्शन मात्र से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। श्री क्रोधन भैरव मंदिर काशी के कामच्छा क्षेत्र में उपस्थित श्री कामाख्या मंदिर के बाजु में स्थित होने से इनकी महिमा अत्यंत बढ़ जाती है।

काशी में यह मंदिर अत्यधिक प्राचीन है। काशी दो खंडों में विभक्त है, एक विश्वेश्वर खंड तो दूसरा केदारेश्वर खंड। दोनों खंडों की सुरक्षा के लिए दो भैरव विराजमान हैं। विश्वेश्वर खंड की सुरक्षा काल भैरव करते है, केदार खंड की सुरक्षा इसी मंदिर के क्रोधन भैरव तथा बटुक भैरव करते है। श्री कृष्ण ने भीम को इंद्रप्रस्थ की रक्षा के लिए यहां तपस्या करने के लिए भेजा था। श्री क्रोधन भैरव तथा बटुक भैरव की कृपा से ही इंद्रप्रस्थ की रक्षा संभव हुई। ये क्रोधन भैरव ही है जो अपने भक्तों की नकारात्मक ऊर्जा, भय एवं शत्रुओं से रक्षा करते हैं।

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व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पूजा संपन्न होने के बाद दिव्य आशीर्वाद बॉक्स जैसे- गंगाजल, पंचमेवा आदि जो कि प्रतिष्ठित तीर्थ स्थलों से प्राप्त किए गए हैं, 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह बॉक्स, आपकी पूजा बुकिंग के साथ ही, बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेजा जाएगा।

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पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पूजा संपन्न होने के बाद दिव्य आशीर्वाद बॉक्स जैसे- गंगाजल, पंचमेवा आदि जो कि प्रतिष्ठित तीर्थ स्थलों से प्राप्त किए गए हैं, 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह बॉक्स, आपकी पूजा बुकिंग के साथ ही, बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेजा जाएगा।

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पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री क्रोधन भैरव मंदिर में काल भैरव को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पूजा संपन्न होने के बाद दिव्य आशीर्वाद बॉक्स जैसे- गंगाजल, पंचमेवा आदि जो कि प्रतिष्ठित तीर्थ स्थलों से प्राप्त किए गए हैं, 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह बॉक्स, आपकी पूजा बुकिंग के साथ ही, बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेजा जाएगा।

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संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री क्रोधन भैरव मंदिर में काल भैरव को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पूजा संपन्न होने के बाद दिव्य आशीर्वाद बॉक्स जैसे- गंगाजल, पंचमेवा आदि जो कि प्रतिष्ठित तीर्थ स्थलों से प्राप्त किए गए हैं, 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह बॉक्स, आपकी पूजा बुकिंग के साथ ही, बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेजा जाएगा।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
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