पिछले जन्म के कर्मों और दोषों से मुक्ति के लिए दोष निवारण विशेष अन्न लिंगम पूजा और अन्न दान
पिछले जन्म के कर्मों और दोषों से मुक्ति के लिए दोष निवारण विशेष अन्न लिंगम पूजा और अन्न दान
पिछले जन्म के कर्मों और दोषों से मुक्ति के लिए दोष निवारण विशेष अन्न लिंगम पूजा और अन्न दान
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पिछले जन्म के कर्मों और दोषों से मुक्ति के लिए दोष निवारण विशेष अन्न लिंगम पूजा और अन्न दान
दोष निवारण विशेष

अन्न लिंगम पूजा और अन्न दान

पिछले जन्म के कर्मों और दोषों से मुक्ति के लिए
temple venue
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु
pooja date
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
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अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

पिछले जन्म के कर्मों और दोषों से मुक्ति के लिए दोष निवारण विशेष अन्न लिंगम पूजा और अन्न दान

हिंदू धर्म में भाद्रपद माह का विशेष महत्व है और यह चतुर्मास का दूसरा पवित्र महीना है। शास्त्रों के अनुसार, इस माह में भगवान शिव की पूजा करने का विधान है। मान्यता है कि इस माह में भोलेनाथ की पूजा करने से भक्तों के अंदर मौजूद नकारात्मकता दूर होती है और उनमें सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसके अलावा किसी भी दोष से मुक्ति के लिए भगवान शिव की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि अन्न से बने लिंग की पूजा करने से भक्तों के घर में सुख-शांति बनी रहती है। कुछ लोग अपने जीवन और परिवार की समस्याओं के समाधान के लिए इस पवित्र माह में भगवान शिव की पूजा के साथ-साथ दान भी करते हैं। शिव पुराण और लिंग पुराण के अनुसार इस महीने में दान करना अत्यंत पुण्यदायी माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि पवित्र माह में अन्न दान करने से पिछले जन्म के कर्मों एवं दोषों से भी मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

शिवलिंग की उत्पत्ति और इसकी पूजा के संबंध में पुराणों में कई कथाएं हैं। शिव पुराण की ऐसी ही एक कथा के अनुसार एक बार भगवान ब्रह्मा और भगवान विष्णु के बीच इस बात को लेकर विवाद छिड़ गया कि कौन श्रेष्ठ है। इसके कारण दोनों के बीच भयंकर युद्ध हुआ। विष्णु और ब्रह्मा के बीच हुए संघर्ष से क्रोधित होकर भगवान शिव अनंत प्रकाश के स्तंभ के रूप में प्रकट हुए। तभी आकाशवाणी हुई कि जो कोई इस स्तंभ का उद्गम या अंत खोज लेगा, उसे श्रेष्ठ माना जाएगा। स्तंभ इतना विशाल था कि ब्रह्मा या विष्णु भी इसका उद्गम या अंत नहीं खोज पाए। निराश होकर दोनों वहीं लौट गए, जहां से वे चले थे। लौटते समय उन्होंने 'ॐ' की ध्वनि सुनी और भगवान शिव परमपिता के रूप में प्रकट हुए। उन्होंने अग्नि स्तंभ का रहस्य बताया और ब्रह्मा और विष्णु ने इसकी पूजा की। उनकी प्रार्थना पर अग्नि स्तंभ लिंग में परिवर्तित हो गया और उसी क्षण से संसार में शिवलिंग की पूजा शुरू हो गई। इसलिए भाद्रपद के पवित्र माह में को तिरुनेलवेली के एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में अन्न लिंगम पूजा एवं अन्न दान का आयोजन किया जा रहा है। यह शिव लिंग चावल से बनाया जाएगा। इस लिंग की पूजा पूरी होने के बाद, उस अन्न को प्रसाद के रूप में वितरित भी किया जाएगा। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और पिछले जन्म के कर्मों और दोषों से मुक्ति के लिए भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करें।

पूजा लाभ

puja benefits
पिछले जन्म के कर्मों और दोषों से मुक्ति के लिए
माना जाता है कि श्रावण के पवित्र महीने में भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों को पिछले जन्म के कर्मों और दोषों से मुक्ति मिलती है। ऐसा कहा जाता है कि "शिव" नाम का उच्चारण करने मात्र से ही व्यक्ति सभी प्रकार के पापों से मुक्त हो सकता है। इसके अलावा, भगवान शिव की पूजा के साथ-साथ अन्न दान करने से परिवार में शांति और खुशी आती है।
puja benefits
सभी इच्छाओं की पूर्ति
माना जाता है कि श्रावण के महीने में भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों की इच्छाएँ पूरी होती हैं और उन्हें नकारात्मक प्रभावों और ऊर्जाओं से बचाया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इससे जीवन के सभी प्रयासों में सफलता मिलती है। ऐसा माना जाता है कि लिंगम पूजा और अन्न दान करने से भी बाधाएँ दूर होती हैं और महत्वपूर्ण विकास और समृद्धि को बढ़ावा मिलता है।
puja benefits
वित्तीय स्थिरता प्राप्त करें
मान्यता है कि अन्न लिंगम पूजा और अन्न दान करने से वित्तीय स्थिरता आ सकती है। सर्वश्रेष्ठ देवता भगवान शिव को अक्सर धन और समृद्धि से जोड़ा जाता है। कहा जाता है कि यह पूजा भगवान शिव को प्रसन्न करती है और प्रचुरता और वित्तीय कल्याण के लिए उनका आशीर्वाद मांगती है। ऐसा माना जाता है कि श्रावण के दौरान अन्न लिंगम पूजा और अन्न दान करने से वित्तीय परेशानियां दूर होती हैं और भक्तों की आर्थिक स्थिति स्थिर होती है।

पूजा प्रक्रिया

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पूजा चयन करें

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
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गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
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पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
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पूजा वीडियो एवं प्रसाद

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु

एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु
तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में स्थित एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर एक पूजनीय तीर्थस्थल है, जिसका आध्यात्मिक महत्व बहुत गहरा है। 120 साल पहले प्रतिष्ठित ऋषि मायांडी सिद्धर द्वारा स्थापित यह मंदिर चिरस्थायी परंपरा और भक्ति का प्रमाण है। ऋषि मायांडी सिद्धर ने भगवान राम के गहन ध्यान और दर्शन के बाद इस मंदिर का निर्माण कराया था। इस मंदिर से जुडी कई चमत्कारिक कथाओं के बारे में सुनने को मिलता है, जिनमें भगवान पेरुमल की मुख्य मूर्ति भी शामिल है, जिसे मूर्तिकला का कोई औपचारिक ज्ञान न रखने वाले एक साधारण व्यक्ति ने गढ़ा था। मंदिर में कई पवित्र मूर्तियाँ हैं, जिनमें शुद्ध स्पष्ट क्वार्ट्ज से बना उल्लेखनीय स्फटिक लिंगम भी शामिल है।

शास्त्रों के अनुसार, स्फटिक लिंगम की पूजा करने से भक्तों में आत्मविश्वास, आत्म-सम्मान और शक्ति आती है, साथ ही चिंताएँ और नकारात्मक प्रभाव से भी राहत मिलता है। यह स्फटिक लिंगम विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ऋषिकेश के बाद भारत में सबसे बड़े स्फटिक लिंगम में से एक है। भक्तगण एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में भगवान राम, भगवान कृष्ण, भगवान कार्तिकेय, भगवान शिव और भगवान हनुमान से आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं। मान्यता है कि यहाँ पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं और जीवन में उन्हें सभी प्रयासों में सफलता मिलती है।

रिव्यूज़ और रेटिंग

जानिए प्रिय भक्तों का श्री मंदिर के बारे में क्या कहना है!
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अच्युतम नायर

बेंगलुरु
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रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
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अपर्णा मॉल

पुरी
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शिवराज डोभी

आगरा
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मुकुल राज

लखनऊ

भक्तों का अनुभव

जिन भक्तों ने हमारे साथ पूजा बुक की उनका अनुभव जाने
Mithilesh Pandey wife nirmala pandey son nirmit pandey bhai Tara dutt Pandey wife Indra pandey son vaibhav

Mithilesh Pandey wife nirmala pandey son nirmit pandey bhai Tara dutt Pandey wife Indra pandey son vaibhav

09 December, 2024

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Bahut badiya is app ke madhyam se mai har hafte ke Puja ka aayojan kar leta hu .jisse mere saare nakaratmak gayab ho jaati hai ,


Bhupendra Jethabhai Hadiya

Bhupendra Jethabhai Hadiya

09 December, 2024

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Best puja by panditji 🙏🙏🙏


ashvini Rajendra Kamble

ashvini Rajendra Kamble

09 December, 2024

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आप के इस मध्यम से हमारा ये पूजा यज्ञ हुआ है इसके लिए आप का अनेको धन्यवाद आप नहीं जानते ये पूजा कारवानी मेरे लिए बहुत ज़रूरी थी मेरी आस्था माँ बगलामुखी माता पे बहुत है

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
महाशिवरात्रि 4 प्रहर अभिषेक
8 March 2023
दिव्य महाकाली मध्यरात्रि तांत्रोक्त यज्ञ
7 May 2023
शनि शांति यज्ञ और तिल तेल अभिषेक
4 May 2023

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों

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श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

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