शत्रुओं पर विजय और जीवन में अज्ञात खतरों के आशीर्वाद के लिए मूल नक्ष शत्रु संहार अंजनेय हवन और फल अलंकार पूजनत्र हनुमान विशेष
शत्रुओं पर विजय और जीवन में अज्ञात खतरों के आशीर्वाद के लिए मूल नक्ष शत्रु संहार अंजनेय हवन और फल अलंकार पूजनत्र हनुमान विशेष
शत्रुओं पर विजय और जीवन में अज्ञात खतरों के आशीर्वाद के लिए मूल नक्ष शत्रु संहार अंजनेय हवन और फल अलंकार पूजनत्र हनुमान विशेष
शत्रुओं पर विजय और जीवन में अज्ञात खतरों के आशीर्वाद के लिए मूल नक्ष शत्रु संहार अंजनेय हवन और फल अलंकार पूजनत्र हनुमान विशेष
शत्रुओं पर विजय और जीवन में अज्ञात खतरों के आशीर्वाद के लिए मूल नक्ष शत्रु संहार अंजनेय हवन और फल अलंकार पूजनत्र हनुमान विशेष
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शत्रुओं पर विजय और जीवन में अज्ञात खतरों के आशीर्वाद के लिए मूल नक्ष शत्रु संहार अंजनेय हवन और फल अलंकार पूजनत्र हनुमान विशेष
मूल नक्षत्र हनुमान विशेष

शत्रु संहार अंजनेय हवन और फल अलंकार पूजन

शत्रुओं पर विजय और जीवन में अज्ञात खतरों के आशीर्वाद के लिए
temple venue
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु
pooja date
12 सितम्बर, गुरुवार, भाद्रपद शुक्ल नवमी
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
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अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

शत्रुओं पर विजय और जीवन में अज्ञात खतरों के आशीर्वाद के लिए मूल नक्ष शत्रु संहार अंजनेय हवन और फल अलंकार पूजनत्र हनुमान विशेष

सनातन धर्म में हनुमान जी को कलियुग का भगवान भी कहा जाता है, क्योंकि मान्यता है कि हनुमान जी आज भी पृथ्वी पर विराजमान हैं और कलियुग के अंत तक मौजूद रहेंगे। इन्हें संकटमोचन के नाम से भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है बाधाओं को दूर करने वाला। ऐसा माना जाता है कि उनकी पूजा करने से दुश्मनों पर विजय और अज्ञात खतरों और बाधाओं से सुरक्षा का आशीर्वाद मिलता है। मूल नक्षत्र के दौरान भगवान हनुमान के लिए कोई भी पूजा करना अधिक फलदायी माना जाता है, क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि उनका जन्म इसी नक्षत्र में हुआ था। रामायण के अनुसार, भगवान हनुमान की अटूट भक्ति और शक्ति ने भगवान राम को रावण पर विजय प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जब सीता का अपहरण कर उन्हें रावण द्वारा लंका ले जाया गया, तो हनुमान ही थे जिन्होंने उन्हें खोजने के लिए समुद्र पार किया था और भगवान राम को आश्वस्त किया कि वो उन्हें बचाकर रहेगें। उनकी बहादुरी, बुद्धिमत्ता और दैवीय शक्तियों ने उन्हें रावण के गढ़ में घुसपैठ करने, महत्वपूर्ण जानकारी इकट्ठा करने और अंततः दुष्ट राजा के पतन में योगदान देने में सक्षम बनाया।

मान्यता है कि भगवान हनुमान को समर्पित शत्रु संघरा अंजनेय हवन और फल अलंकार पूजन करने से साहस, बुद्धि और सभी प्रकार के नुकसान के खिलाफ सुरक्षा कवच प्राप्त होता है। जिस तरह उन्होंने न्याय और विजय की खोज में भगवान राम की सहायता की, उसी तरह हनुमान जी उन लोगों को अपनी दिव्य सहायता प्रदान करते हैं जो उनकी सुरक्षा और आशीर्वाद चाहते हैं। इसलिए, भाद्रपद के पवित्र महीने में मूल नक्षत्र के दौरान शत्रु संघरा अंजनेय हवन और फल अलंकार पूजन का आयोजन किया जाएगा। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और संकटमोचन हनुमान से दुश्मनों पर विजय और जीवन में अज्ञात खतरों से सुरक्षा का आशीर्वाद प्राप्त करें।

पूजा लाभ

puja benefits
शत्रुओं पर विजय के आशीष के लिए
मूल नक्षत्र के दौरान शत्रु संघरा अंजनेय हवन और फल अलंकार पूजन करने से शत्रुओं पर विजय के लिए दिव्य आशीर्वाद मिलता है। यह अनुष्ठान भगवान हनुमान की सुरक्षात्मक और शक्तिशाली ऊर्जा का आह्वान करता है, जो अपनी शक्ति और वीरता के लिए पूजनीय हैं। इस पूजा में भाग लेने से भक्त शत्रुओं से आने वाली किसी भी बाधा को दूर करने का प्रयास करते हैं। मान्यता है कि यह पवित्र अनुष्ठान व्यक्ति की रणनीतिक क्षमताओं को बढ़ाता है, नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर करता है और विरोधियों पर विजय सुनिश्चित करता है, जिससे सुरक्षा और सफलता की भावना बढ़ती है।
puja benefits
जीवन में अज्ञात खतरों से बचाव के लिए
मूल नक्षत्र के दौरान किया जाने वाला शत्रु संघरा अंजनेय हवन और फल अलंकार पूजन जीवन में अज्ञात खतरों पर विजय पाने के लिए प्रभावी माना जाता है। यह अनुष्ठान भगवान हनुमान को समर्पित है, जो अपने सुरक्षात्मक गुणों और छिपे हुए खतरों को बेअसर करने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं। इस पूजा को करने से भक्त अप्रत्याशित चुनौतियों और अनिश्चितताओं से खुद को बचाने के लिए दिव्य हस्तक्षेप का आह्वान करते हैं।
puja benefits
भय से मुक्ति
माना जाता है कि मूल नक्षत्र के दौरान शत्रुसंग्रह अंजनेय हवन और फल अलंकार पूजन करने से भक्तों के जीवन से सभी प्रकार के भय दूर हो जाते हैं। चाहे वह भूत-प्रेत का भय हो, साहस की कमी हो, बौद्धिक क्षमता की कमी हो या शत्रुओं का भय हो, यह पूजा लाभकारी सिद्ध हो सकती है। इसके अतिरिक्त, यह भगवान हनुमान के आशीर्वाद से व्यक्ति को साहसी और निडर बनाता है, जिससे मन में उठने वाले किसी भी प्रकार के अज्ञात भय पर विजय प्राप्त होती है।

पूजा प्रक्रिया

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पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
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पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु

एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु
तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में स्थित एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर एक पूजनीय तीर्थस्थल है, जिसका आध्यात्मिक महत्व बहुत गहरा है। 120 साल पहले प्रतिष्ठित ऋषि मायांडी सिद्धर द्वारा स्थापित यह मंदिर चिरस्थायी परंपरा और भक्ति का प्रमाण है। ऋषि मायांडी सिद्धर ने भगवान राम के गहन ध्यान और दर्शन के बाद इस मंदिर का निर्माण कराया था। इस मंदिर से जुडी कई चमत्कारिक कथाओं के बारे में सुनने को मिलता है, जिनमें भगवान पेरुमल की मुख्य मूर्ति भी शामिल है, जिसे मूर्तिकला का कोई औपचारिक ज्ञान न रखने वाले एक साधारण व्यक्ति ने गढ़ा था। मंदिर में कई पवित्र मूर्तियाँ हैं, जिनमें शुद्ध स्पष्ट क्वार्ट्ज से बना उल्लेखनीय स्फटिक लिंगम भी शामिल है।

शास्त्रों के अनुसार, स्फटिक लिंगम की पूजा करने से भक्तों में आत्मविश्वास, आत्म-सम्मान और शक्ति आती है, साथ ही चिंताएँ और नकारात्मक प्रभाव से भी राहत मिलता है। यह स्फटिक लिंगम विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ऋषिकेश के बाद भारत में सबसे बड़े स्फटिक लिंगम में से एक है। यह मंदिर भगवान राम से जुड़े होने के कारण भी प्रसिद्ध है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यह वह स्थान है जहाँ भगवान राम ने जटायु को मोक्ष प्रदान किया था और अपने पिता का अंतिम संस्कार किया था। भक्तगण एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में भगवान राम, भगवान कृष्ण, भगवान कार्तिकेय, भगवान शिव और भगवान हनुमान से आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं। मान्यता है कि यहाँ पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं और जीवन में उन्हें सभी प्रयासों में सफलता मिलती है।

पूजा का चयन करें

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व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण
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आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

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पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

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पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में भगवान हनुमान को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

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संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में भगवान हनुमान को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
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कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

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