चार प्रहर काल भैरव अभिषेक पूजा, श्रृंगार सेवा, खप्पर सेवा और भोग सेवा
पिछले सात जन्मों के पाप और नकारात्मकता दूर करने के लिए
स्वर्णाकर्षण भैरव मंत्र जाप, बटुक भैरव स्तोत्र पाठ एवं हवन
ऋण मुक्ति, आर्थिक समृद्धि एवं स्थिरता के लिए
कालभैरव तंत्र युक्त महायज्ञ एवं कालभैरवाष्टकम्
सर्वोच्च साहस और नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए