मानसिक स्वास्थ्य और बेहतर निर्णय क्षमता के लिए पौष पूर्णिमा राहु पैठाणी राहु का नक्षत्र विशेष 18,000 राहु मूल मंत्र जाप एवं दशांश हवन
मानसिक स्वास्थ्य और बेहतर निर्णय क्षमता के लिए पौष पूर्णिमा राहु पैठाणी राहु का नक्षत्र विशेष 18,000 राहु मूल मंत्र जाप एवं दशांश हवन
मानसिक स्वास्थ्य और बेहतर निर्णय क्षमता के लिए पौष पूर्णिमा राहु पैठाणी राहु का नक्षत्र विशेष 18,000 राहु मूल मंत्र जाप एवं दशांश हवन
मानसिक स्वास्थ्य और बेहतर निर्णय क्षमता के लिए पौष पूर्णिमा राहु पैठाणी राहु का नक्षत्र विशेष 18,000 राहु मूल मंत्र जाप एवं दशांश हवन
मानसिक स्वास्थ्य और बेहतर निर्णय क्षमता के लिए पौष पूर्णिमा राहु पैठाणी राहु का नक्षत्र विशेष 18,000 राहु मूल मंत्र जाप एवं दशांश हवन
मानसिक स्वास्थ्य और बेहतर निर्णय क्षमता के लिए पौष पूर्णिमा राहु पैठाणी राहु का नक्षत्र विशेष 18,000 राहु मूल मंत्र जाप एवं दशांश हवन
मानसिक स्वास्थ्य और बेहतर निर्णय क्षमता के लिए पौष पूर्णिमा राहु पैठाणी राहु का नक्षत्र विशेष 18,000 राहु मूल मंत्र जाप एवं दशांश हवन
पौष पूर्णिमा राहु पैठाणी राहु का नक्षत्र विशेष

18,000 राहु मूल मंत्र जाप एवं दशांश हवन

मानसिक स्वास्थ्य और बेहतर निर्णय क्षमता के लिए
temple venue
राहु पैठाणी मंदिर, पौड़ी, उत्तराखंड
pooja date
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं
get_puja_video
सम्पूर्ण पूजा की वीडियो देखें
आपके पूरे पूजा की वीडियो रिकॉर्डिंग 2 दिनों में शेयर की जाएगी
get_puja_video
पूरे विधि द्वारा पूजा होगी
मंदिर के सर्वश्रेष्ठ पंडितजी आपकी पूजा करेंगे
get_puja_video
विशेष मंत्र द्वारा कृपा मिलेगी
भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए विशेष मंत्र शेयर किया जाएगा
get_puja_video
तीर्थ प्रसाद घर भेजा जाएगा
पूजा के बाद तीर्थ प्रसाद को आपके घर पर पहुँचाया जाएगा

मानसिक स्वास्थ्य और बेहतर निर्णय क्षमता के लिए पौष पूर्णिमा राहु पैठाणी राहु का नक्षत्र विशेष 18,000 राहु मूल मंत्र जाप एवं दशांश हवन

जानें राहु कैसे करता है मानसिक शांति को भंग?😟

साल 2025 शुरुआत में ही पूर्णिमा पर आर्द्रा नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है। ऐसा माना जाता है कि इस समय विशेष अनुष्ठानों के माध्यम से राहु के नकारात्मक प्रभावों को शांत किया जा सकता है, क्योंकि आर्द्रा नक्षत्र के स्वामी स्वयं राहु होते हैं। राहु के संदर्भ में ज्योतिष शास्त्र में ऐसा माना जाता है कि यह एक ऐसा प्रभावशाली ग्रह है जो व्यक्ति के जीवन पर गहरा असर डाल सकता है। इसे आमतौर पर अशुभ परिणामों का कारक माना जाता है, क्योंकि यह बाधाओं, आत्मविश्वास की कमी, मानसिक स्वास्थ्य और निर्णय क्षमता को प्रभावित करता है, साथ ही सामाजिक कलंक जैसी समस्याएं उत्पन्न करता है। यदि यह ग्रह अनुकूल स्थिति में हो, तो यह व्यक्ति को सफलता और विलासिता के साथ कई सुखद परिणाम भी दे सकता है। राहु के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए उत्तराखंड के पौड़ी जिले में स्थित राहु पैठाणी मंदिर एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह भारत के उन चुनिंदा मंदिरों में से एक है जहां राहु की पूजा होती है।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान असुर स्वर्भानु ने देवताओं का रूप धारण कर अमृत का सेवन किया था, जिसके बाद विष्णु ने उसका सिर धड़ से अलग कर दिया। मान्यता के अनुसार स्वर्भानु का सिर (राहु) जहां गिरा, वहीं यह मंदिर स्थापित हुआ। यहां भगवान शिव के साथ राहु की धड़विहीन प्रतिमा स्थापित है। यहां विशेष रूप से शांति पूजा और मंत्र जाप जैसे आयोजन किए जाते हैं, जो राहु के अशुभ प्रभावों को कम करने में सहायक होते हैं। इसलिए इस पूजा का आयोजन इस मंदिर में किया जा रहा है जिससे मानसिक शांति, निर्णय क्षमता में सुधार और जीवन की बाधाओं को दूर करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, राहु द्वारा शासित आर्द्रा नक्षत्र के दौरान यह पूजा करना और भी अधिक लाभकारी हो सकता है। इसलिए राहु पैठाणी मंदिर में पौष पूर्णिमा के दिन राहु के द्वारा शासित आर्द्रा नक्षत्र के दौरान 18,000 राहु मूल मंत्र जाप और दशांश हवन का आयोजन किया जाएगा। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लेकर राहु के नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति पा सकते हैं।

पूजा लाभ

puja benefits
मानसिक स्थिरता के आशीष के लिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु की दशा चल रही होती है, तो उसकी सोचने-समझने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। ऐसे में व्यक्ति को निर्णय लेने में कठिनाई हो सकती है, और वह गलतफहमियों या आपसी तालमेल की समस्याओं का सामना कर सकता है। इस स्थिति में राहु पैठाणी मंदिर में राहु द्वारा शासित आर्द्रा नक्षत्र के दौरान 18,000 राहु मूल मंत्र जाप और दशांश हवन करने से राहु के प्रभावों को शांत किया जा सकता है, जिससे मानसिक स्थिरता और संतुलन की प्राप्ति होती है।
puja benefits
बेहतर निर्णय क्षमता के लिए
राहु के अशुभ प्रभावों से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे निराशा और संदेह बढ़ता है। इससे मानसिक तनाव और सफलता की कमी हो सकती है। राहु के प्रभाव को शांत करने के लिए पौष पूर्णिमा एवं राहु द्वारा शासित आद्रा नक्षत्र को 18,000 राहु मूल मंत्र जाप और दशांश हवन लाभकारी माने जाते हैं। यह पूजा नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा प्रदान करती है और निर्णय लेने की क्षमता को सुधारती है, जिससे जीवन में सकारात्मक बदलाव आता है।
puja benefits
आर्थिक संकट से मुक्ति के लिए
राहु की महादशा जीवन में कई परेशानियां उत्पन्न कर सकती है, खासकर आर्थिक दृष्टिकोण से नौकरी या व्यवसाय में नुकसान होने के कारण व्यक्ति को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है। राहु के अशुभ प्रभावों को शांत करने और आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए 18,000 राहु मूल मंत्र जाप और दशांश हवन किया जाता है। राहु द्वारा शासित आर्द्रा नक्षत्र के दौरान यह पूजा विशेष रूप से फलदायी मानी जाती है, जो व्यक्ति को आर्थिक परेशानियों से राहत प्रदान कर सकती है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

संकल्प के लिए अपना नाम एवं गोत्र भरें।
Number-3

पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो और दिव्य आशीर्वाद बॉक्स

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में दिव्य आशीर्वाद बॉक्स प्राप्त करें।

राहु पैठाणी मंदिर, पौड़ी, उत्तराखंड

राहु पैठाणी मंदिर, पौड़ी, उत्तराखंड
उत्तराखंड में स्थित इस राहु मंदिर में भगवान शिव के साथ-साथ राहु की भी पूजा की जाती है। यह देश के उन मंदिरों में से है, जहां राहु की पूजा भगवान श‍िव के साथ होती है। माना जाता है कि राहु और केतु स्वरभानु नामक असुर के शरीर के भाग हैं। पौराणिक कथा के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान जब स्वरभानु ने देवताओं की पंगत में बैठकर छल से अमृत पी लिया तभी भगवान विष्णु को उसके छल का पता चल गया और उन्होनें अपने सुदर्शन चक्र से उसका सिर धड़ से अलग कर दिया था, जिससे कि वह अमर न हो जाए, लेक‍िन अमृत चखने के कारण स्वरभानु तो अमर हो गया था। स्वरभानु का न‍ि‍चला ह‍िस्‍सा केतु बना तो धड़ से ऊपर स‍िर वाला भाग राहु कहलाया। यही स‍िर वाला हिस्सा सुदर्शन से कटने के बाद पौड़ी में स्‍थ‍ित इसी स्थान पर गिरा जो राहु मंदि‍र के नाम से जाना गया।

मान्यता है कि राहु के कारण उत्पन्न होने वाले विभिन्न दोषों को दूर करने के लिए लोग राहु के मंदिर में जाते हैं। वहीं यहां विशेष रूप से कालसर्प दोष, राहु-केतु दोष, और राहु महादशा से राहत पाने के लिए पूजा-अर्चना की जाती है। कई जगहों पर वर्णित है कि इस मंदिर का निर्माण आदि शंकराचार्य जी ने करवाया था। लेकिन इस मंदिर को लेकर एक और कथा है जिसमें बताया गया है कि इसका निर्माण पांडवों ने उस समय करवाया जब वो स्वर्गारोहिणी यात्रा पर थे, तब राहु दोष से बचने के लिए पांडवों ने इसी मंदिर में भगवान शिव और राहु की पूजा की थी।

रिव्यूज़ और रेटिंग

जानिए प्रिय भक्तों का श्री मंदिर के बारे में क्या कहना है!
User Image

अच्युतम नायर

बेंगलुरु
User review
User Image

रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
User review
User Image

अपर्णा मॉल

पुरी
User review
User Image

शिवराज डोभी

आगरा
User review
User Image

मुकुल राज

लखनऊ

भक्तों का अनुभव

जिन भक्तों ने हमारे साथ पूजा बुक की उनका अनुभव जाने
शेखर कारखानीस

शेखर कारखानीस

29 January, 2025

starstarstarstarstar

मुझे ये सेवा करणे का भाग्य प्राप्त हुआ मै सच मे धन्य हो गया....बस महाकाल की इस सृष्टी पर कृपा बनी रहे...मै श्री मंदिर का आभार व्यक्त करता हु दिल से ...जय महाकाल....जय श्रीराम 🙏🙏🚩🚩❤️❤️


UMASANKAR RATH

UMASANKAR RATH

28 January, 2025

starstarstarstarstar

मुझे बहुत अच्छा लगा मेरे प्रसाद कब आएगा


Himanshu Kumar Sinha

Himanshu Kumar Sinha

28 January, 2025

starstarstarstarstar

Only superbly excellent experience.Thank you very much

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
महाशिवरात्रि 4 प्रहर अभिषेक
8 March 2023
दिव्य महाकाली मध्यरात्रि तांत्रोक्त यज्ञ
7 May 2023
शनि शांति यज्ञ और तिल तेल अभिषेक
4 May 2023

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों

srimandir-logo

श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

Play StoreApp Store

हमे फॉलो करें

facebookinstagramtwitterwhatsapp

© 2025 SriMandir, Inc. All rights reserved.