जीवन में धन और समृद्धि की प्रचुरता के आशीर्वाद के लिए दिवाली निशित काल 16 ब्राह्मण अनुष्ठान 1600 श्री सूक्तम पाठ एवं श्री यंत्र महाभिषेक अनुष्ठान
जीवन में धन और समृद्धि की प्रचुरता के आशीर्वाद के लिए दिवाली निशित काल 16 ब्राह्मण अनुष्ठान 1600 श्री सूक्तम पाठ एवं श्री यंत्र महाभिषेक अनुष्ठान
जीवन में धन और समृद्धि की प्रचुरता के आशीर्वाद के लिए दिवाली निशित काल 16 ब्राह्मण अनुष्ठान 1600 श्री सूक्तम पाठ एवं श्री यंत्र महाभिषेक अनुष्ठान
जीवन में धन और समृद्धि की प्रचुरता के आशीर्वाद के लिए दिवाली निशित काल 16 ब्राह्मण अनुष्ठान 1600 श्री सूक्तम पाठ एवं श्री यंत्र महाभिषेक अनुष्ठान
जीवन में धन और समृद्धि की प्रचुरता के आशीर्वाद के लिए दिवाली निशित काल 16 ब्राह्मण अनुष्ठान 1600 श्री सूक्तम पाठ एवं श्री यंत्र महाभिषेक अनुष्ठान
जीवन में धन और समृद्धि की प्रचुरता के आशीर्वाद के लिए दिवाली निशित काल 16 ब्राह्मण अनुष्ठान 1600 श्री सूक्तम पाठ एवं श्री यंत्र महाभिषेक अनुष्ठान
जीवन में धन और समृद्धि की प्रचुरता के आशीर्वाद के लिए दिवाली निशित काल 16 ब्राह्मण अनुष्ठान 1600 श्री सूक्तम पाठ एवं श्री यंत्र महाभिषेक अनुष्ठान
दिवाली निशित काल 16 ब्राह्मण अनुष्ठान

1600 श्री सूक्तम पाठ एवं श्री यंत्र महाभिषेक अनुष्ठान

जीवन में धन और समृद्धि की प्रचुरता के आशीर्वाद के लिए
temple venue
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु
pooja date
31 अक्टूबर, गुरुवार, दिवाली
पूजा बुकिंग बंद होने में शेष समय:
Day
Hour
Min
Sec
slideslideslide
srimandir devotees
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अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

जीवन में धन और समृद्धि की प्रचुरता के आशीर्वाद के लिए दिवाली निशित काल 16 ब्राह्मण अनुष्ठान 1600 श्री सूक्तम पाठ एवं श्री यंत्र महाभिषेक अनुष्ठान

सनातन धर्म में दिवाली पर्व का विशेष महत्व है। दिवाली पर धन की देवी मां लक्ष्मी की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। शास्त्रों के अनुसार, संस्कृत में धन की देवी माता लक्ष्मी को श्री कहा गया है, जिसका अर्थ है, सभी शुभ गुणों का अवतार। वहीं ऋग्वेद में वर्णित 16 श्लोक वाले श्री सूक्तम पाठ को देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए सबसे लाभकारी माना जाता है। इस बार दिवाली पर 11 बजकर 57 मिनट से लेकर 12 बजकर 47 मिनट तक निशित काल लग रहा है, जो मां लक्ष्मी की उपासना के लिए सबसे शुभ समय में से एक है। इसलिए निशित काल के दौरान 16 ब्राह्मणों द्वारा 1600 बार श्री सूक्तम पाठ का आयोजन किया जा रहा है, क्योंकि, शास्त्रों के अनुसार, 6 अंक का संबध मां लक्ष्मी से है। मान्यता है कि दिवाली पर निशित काल के दौरान यह पूजा करने से मां लक्ष्मी द्वारा धन, वैभव और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है कहा जाता है कि श्री सूक्तम का पाठ करने से जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती है और मां लक्ष्मी अपने भक्त की स्वंय ऋण, धन हानि जैसी समस्याओं से रक्षा करती है।

इसके अलावा मां लक्ष्मी का दिव्य आशीष प्राप्त करने के लिए श्री यंत्र को भी बहुत लाभकारी माना जाता है। शास्त्रों में श्री यंत्र को देवी लक्ष्मी का ही अंश बताया गया है। कहा जाता है कि इसके दर्शन मात्र से ही देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसलिए दिवाली पर्व पर शुभ समय अर्थात निशित काल के दौरान पहली बार 16 ब्राह्मण द्वारा दक्षिण भारत के एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में 1600 श्री सूक्तम पाठ एवं श्री यंत्र महाभिषेक अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है। श्री मंदिर के माध्यम से इस महानुष्ठान में भाग लें और देवी लक्ष्मी द्वारा जीवन में धन और समृद्धि की प्रचुरता का आशीर्वाद प्राप्त करें।

पूजा लाभ

puja benefits
धन एवं यश की प्राप्ति के लिए
मान्यता है कि दिवाली के शुभ दिन पर 1,00,008 माँ लक्ष्मी बीज मंत्र जाप और लक्ष्मी कुबेर हवन करने से भक्तों को माँ लक्ष्मी और भगवान कुबेर से जीवन में धन और आनंद का आशीर्वाद मिलता है। यह अनुष्ठान न केवल आर्थिक बाधाओं से मुक्ति सुनिश्चित करता है बल्कि व्यक्ति के जीवन में गहन शांति और खुशी को भी आमंत्रित करता है।
puja benefits
कर्ज से राहत का आशीष के लिए
शास्त्रों के अनुसार, माँ लक्ष्मी को धन और समृद्धि की देवी के रूप में पूजा जाता है, जबकि भगवान कुबेर को देवताओं के कोषाध्यक्ष के रूप में जाना जाता है। माना जाता है कि दिवाली पर 1,00,008 माँ लक्ष्मी बीज मंत्र जाप और लक्ष्मी कुबेर हवन करने से माता लक्ष्मी के साथ कुबेर का संयुक्त आशीर्वाद मिलता है, जिससे भक्तों को आर्थिक चुनौतियों से उबरने में मदद मिलती है। कहा जाता है कि यह प्रभावशाली अनुष्ठान पुराने कर्ज से मुक्ति दिलाता है और व्यक्ति के जीवन में धन और समृद्धि को आकर्षित करके आर्थिक स्थिरता का मार्ग प्रशस्त करता है।
puja benefits
व्यापार-व्यवसाय में उन्नति
मान्यता है कि दिवाली पर 1,00,008 माँ लक्ष्मी बीज मंत्र जाप और लक्ष्मी कुबेर हवन करना माँ लक्ष्मी और भगवान कुबेर दोनों का आशीर्वाद पाने में अत्यधिक प्रभावी माना जाता है। यह शक्तिशाली संयोजन वित्तीय स्थिरता और विकास को आकर्षित करके व्यवसाय की समृद्धि को बढ़ाता है। भक्तों का मानना ​​है कि यह पवित्र अनुष्ठान बाधाओं को दूर करने, व्यवसाय में स्थिर प्रगति और सफलता सुनिश्चित करने में मदद करता है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान एवं अन्न दान जैसे अन्य सेवाओं के साथ अपने पूजा अनुभव को बेहतर बनाएं।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

संकल्प के लिए अपना नाम एवं गोत्र भरें।
Number-3

पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु

एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु
तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में स्थित एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर एक पूजनीय तीर्थस्थल है। 120 साल पहले प्रतिष्ठित ऋषि मायांडी सिद्धर द्वारा स्थापित यह मंदिर चिरस्थायी परंपरा और भक्ति का प्रमाण है। ऋषि मायांडी सिद्धर ने भगवान राम के गहन ध्यान और दर्शन के बाद मंदिर का निर्माण कराया था। मंदिर में कई चमत्कार हुए हैं, जिनमें भगवान पेरुमल की मुख्य मूर्ति भी शामिल है, जिसे मूर्तिकला का कोई औपचारिक ज्ञान न रखने वाले एक साधारण व्यक्ति ने गढ़ा था। मंदिर में कई पवित्र मूर्तियाँ हैं, जिनमें शुद्ध स्पष्ट क्वार्ट्ज से बना उल्लेखनीय स्फटिक लिंगम भी शामिल है।

शास्त्रों के अनुसार, स्फटिक लिंगम की पूजा करने से भक्तों में आत्मविश्वास, आत्म-सम्मान और शक्ति आती है, साथ ही चिंताएँ और नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं। यह स्फटिक लिंगम विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ऋषिकेश के बाद भारत में सबसे बड़े स्फटिक लिंगम में से एक है। भक्तगण भगवान राम, भगवान कृष्ण, भगवान कार्तिकेय, भगवान शिव और भगवान हनुमान से आशीर्वाद लेने के लिए एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर आते हैं। माना जाता है कि यहाँ पूजा करने से भक्तों की मनोकामनाएँ पूरी होती हैं और उन्हें सभी प्रयासों में सफलता मिलती है।

पूजा का चयन करें

851

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

1251

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

2001

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में माता लक्ष्मी को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में माता लक्ष्मी को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
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कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
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जय राज यादव

दिल्ली
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रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
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अपर्णा मॉल

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शिवराज डोभी

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मुकुल राज

लखनऊ

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों