आज
कल
Decrement
Increment

20 जून, 2025

Lunar Image
नवमी कृष्ण पक्ष,शुक्रवार
आषाढ़ मास
ग्रीष्म,कालयुक्त 2082
नवमी कृष्ण पक्ष,शुक्रवार
आषाढ़ मास
ग्रीष्म,कालयुक्त 2082

शुभ-अशुभ समय

शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त
11:33 AM से 12:27 PM
11:33 AM से 12:27 PM
राहुकाल
राहुकाल
10:18 AM से 12:00 PM
10:18 AM से 12:00 PM
गुलिक काल
गुलिक काल
6:52 AM से 8:35 AM
6:52 AM से 8:35 AM
यमघण्टकाल
यमघण्टकाल
3:26 PM से 5:09 PM
3:26 PM से 5:09 PM

सूर्यास्त-सूर्योदय

सूर्योदय
5:09 AM
सूर्योदय
5:09 AM
सूर्यास्त
6:52 PM
सूर्यास्त
6:52 PM
MoonRise
चंद्रोदय
12:35 AM
MoonRise
चंद्रोदय
12:35 AM
MoonSet
चन्द्रास्त
1:29 PM
MoonSet
चन्द्रास्त
1:29 PM

आज का पंचांग

तिथि
कृष्ण पक्ष नवमी
9:50 AM तक
9:50 AM तक
नक्षत्र
रेवती
9:42 PM तक
9:42 PM तक
योग
शोभन
11:47 PM तक
11:47 PM तक
करण
गर
9:47 AM तक
9:47 AM तक
महीना अमान्त
ज्येष्ठ
महीना पूर्णिमांत
आषाढ़
विक्रम संवत
2082 (कालयुक्त)
शक संवत
1947 (विश्ववासु)
सूर्य राशि
मिथुन
चंद्र राशि
मीन
दिशाशूल
पश्चिम
चंद्र निवास
उत्तर
ऋतु
ग्रीष्म
अयन
उत्तरायण
Takur Calendar
ठाकुर प्रसाद मासिक पंचांग देखें
Upcoming festivals
1 June, 2025
स्कन्द षष्ठी
3 June, 2025
मासिक दुर्गाष्टमी
3 June, 2025
धूमावती जयन्ती
4 June, 2025
महेश नवमी
5 June, 2025
गंगा दशहरा
6 June, 2025
गायत्री जयन्ती
6 June, 2025
निर्जला एकादशी
7 June, 2025
वैष्णव निर्जला एकादशी
7 June, 2025
रामलक्ष्मण द्वादशी
8 June, 2025
प्रदोष व्रत
9 June, 2025
वैकासी विसाकम
10 June, 2025
वट पूर्णिमा व्रत
10 June, 2025
पूर्णिमा उपवास
11 June, 2025
ज्येष्ठ पूर्णिमा
12 June, 2025
आषाढ़ प्रारम्भ *उत्तर
14 June, 2025
संकष्टी चतुर्थी
15 June, 2025
मिथुन संक्रान्ति
18 June, 2025
कालाष्टमी
21 June, 2025
योगिनी एकादशी
21 June, 2025
साल का सबसे बड़ा दिन
22 June, 2025
गौण योगिनी एकादशी
22 June, 2025
वैष्णव योगिनी एकादशी
23 June, 2025
प्रदोष व्रत
23 June, 2025
मासिक शिवरात्रि
24 June, 2025
रोहिणी व्रत
25 June, 2025
आषाढ़ अमावस्या
25 June, 2025
दर्श अमावस्या
26 June, 2025
चन्द्र दर्शन
26 June, 2025
गुप्त नवरात्रि प्रारम्भ
27 June, 2025
जगन्नाथ रथयात्रा
28 June, 2025
विनायक चतुर्थी
30 June, 2025
स्कन्द षष्ठी
तुला राशि में लक्ष्मी पूजा से मिलेगा आकर्षण और रचनात्मकता का संचार
तुला राशि को मजबूत करने के लिए लक्ष्मी शक्ति

तुला राशि में लक्ष्मी पूजा से मिलेगा आकर्षण और रचनात्मकता का संचार

लक्ष्मी के आशीर्वाद से अपनी तुला राशि की ऊर्जा को बढ़ाएँ

puja venue
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली
puja date
25 अप्रैल, शुक्रवार, वैशाख कृष्ण द्वादशी
स्थिरता और दृढ़ता को बढ़ावा देने के लिए वृषभ लक्ष्मी पूजा
वृषभ राशि को मजबूत बनाने के लिए लक्ष्मी शक्ति

स्थिरता और दृढ़ता को बढ़ावा देने के लिए वृषभ लक्ष्मी पूजा

लक्ष्मी के आशीर्वाद से अपनी वृषभ राशि की ऊर्जा को बढ़ाएं

puja venue
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली
puja date
25 अप्रैल, शुक्रवार, वैशाख कृष्ण द्वादशी
लक्ष्मी-नारायण पूजा, श्री सूक्त पाठ और विष्णु महालक्ष्मी यज्ञ
तिरूपति बालाजी क्षेत्र एकादशी 11 ब्राह्मण विशेष

लक्ष्मी-नारायण पूजा, श्री सूक्त पाठ और विष्णु महालक्ष्मी यज्ञ

व्यापार और करियर में समृद्धि और सफलता के लिए

puja venue
तिरुपति तीर्थ क्षेत्र, तिरुपति, आंध्र प्रदेश
puja date
25 अप्रैल, शुक्रवार, कामदा एकादशी

सम्पूर्ण पंचांग, Varanasi

दिनांक 20 जून, 2025नवमी कृष्ण पक्ष,शुक्रवारआषाढ़ मासग्रीष्म,कालयुक्त 2082 में
Varanasi में शुभ मुहूर्त 11:33 AM से 12:27 PM तकहै। जिसमें गुलिक काल 6:52 AM से 8:35 AM  तक है।
और राहुकाल 10:18 AM से 12:00 PM तक रहेगा।काल का समय यमघण्टकाल 3:26 PM से 5:09 PM तक है।
Varanasi में सूर्यास्त-सूर्योदय
सूर्योदय 5:09 AM और सूर्यास्त 6:52 PM का समय है।
चंद्रोदय 12:35 AM और चंद्रोदय का समय 12:35 AM है।
हसंपूर्ण पंचांग के अनुसार तिथि कृष्ण पक्ष नवमी 9:50 AM तक है। हवहीं नक्षत्र रेवती 9:42 PM तक है।
योग शोभन 11:47 PM तक है।करण गर 9:47 AM तक है।
WhatsApp Share
श्री मंदिर का पंचांग पसंद आया?
अपने दोस्तों एवं प्रियजनों को इस ऐप के बारे में बताएँ।

आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang)

पंचांग हिंदू धर्म में समय और तिथियों को समझने के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण साधन है। यह भारतीय ज्योतिषीय गणनाओं के आधार पर दिन के सभी प्रमुख पहलुओं की जानकारी प्रदान करता है। आज के दिन की गतिविधियों को सफल और शुभ बनाने के लिए पंचांग का उपयोग करना अत्यंत लाभकारी होता है। इसमें प्रमुख रूप से तिथि, वार, नक्षत्र, योग, करण, शुभ मुहूर्त, सूर्योदय और सूर्यास्त की जानकारी होती है। आइए जानते हैं आज के पंचांग की विस्तार से जानकारी।

तिथि

तिथि पंचांग का एक प्रमुख हिस्सा होती है। तिथि से यह ज्ञात होता है कि चंद्रमा की स्थिति किस प्रकार की है और आज का दिन कौन सा है। हिंदू धर्म में हर तिथि का अपना महत्व है, जैसे एकादशी व्रत, पूर्णिमा या अमावस्या पर विशेष पूजा और व्रत किए जाते हैं। आज की तिथि जानकर आप अपने धार्मिक कार्यों को सही समय पर कर सकते हैं।

वार

वार यानी सप्ताह का दिन। पंचांग के अनुसार, हर वार का भी अपना महत्व होता है। जैसे सोमवार को भगवान शिव की पूजा की जाती है, मंगलवार को हनुमानजी का दिन माना जाता है। वार से यह पता चलता है कि आज किस देवता की पूजा-अर्चना की जानी चाहिए ताकि दिन शुभ रहे।

नक्षत्र

नक्षत्र चंद्रमा की स्थिति को दर्शाते हैं। पूरे दिन में कौन सा नक्षत्र चल रहा है, इसका ज्ञान पंचांग से होता है। शुभ कार्यों के लिए नक्षत्र का विशेष महत्व होता है। कुछ नक्षत्र शुभ होते हैं जिनमें शादी, गृह प्रवेश या अन्य मांगलिक कार्य किए जाते हैं, जबकि कुछ नक्षत्र अशुभ माने जाते हैं जिनमें इन कार्यों को टाला जाता है।

योग

पंचांग में योग भी शामिल होता है, जो कि समय के अनुसार बदलता रहता है। योग का ज्ञान शुभ-अशुभ घटनाओं का संकेत देता है। अगर आज कोई शुभ योग है, तो यह किसी विशेष कार्य की सफलता का सूचक हो सकता है। वहीं, अशुभ योग होने पर कार्य को स्थगित करना उचित माना जाता है।

करण

करण पंचांग का वह हिस्सा है जो तिथि को दो हिस्सों में विभाजित करता है। यह बताता है कि किस समय का उपयोग शुभ कार्यों के लिए किया जा सकता है। करण का सही ज्ञान होने से आप अपने दिन को बेहतर बना सकते हैं और अनुकूल समय में अपने कार्यों को संपन्न कर सकते हैं।

शुभ मुहूर्त

आज का पंचांग शुभ मुहूर्त की जानकारी भी देता है। हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व होता है। चाहे वह विवाह हो, व्यापार का आरंभ हो या फिर कोई धार्मिक अनुष्ठान हो, शुभ मुहूर्त जानकर आप अपने कार्यों को सफल बना सकते हैं। पंचांग में दिन के अनुसार, सबसे शुभ समय को बताया जाता है जिसे 'अभिजीत मुहूर्त' भी कहा जाता है।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

आज के पंचांग में सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का भी विशेष उल्लेख होता है। हिंदू धर्म में सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व होता है। सूर्योदय के समय किए गए धार्मिक कार्य अधिक फलदायी होते हैं। साथ ही, शाम के समय सूर्य को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है।

आज का चंद्रमा और चंद्रदर्शन

पंचांग में चंद्रमा की स्थिति और चंद्रदर्शन की जानकारी भी दी जाती है। आज का चंद्रमा किस राशि में है और किस समय उगेगा, इसका विवरण पंचांग में दिया जाता है। व्रत या उपवास रखने वाले लोगों के लिए चंद्रदर्शन का विशेष महत्व होता है।

srimandir-logo

श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

Address:

Firstprinciple AppsForBharat Private Limited 435, 1st Floor 17th Cross, 19th Main Rd, above Axis Bank, Sector 4, HSR Layout, Bengaluru, Karnataka 560102

Play StoreApp Store

हमे फॉलो करें

facebookinstagramtwitterwhatsapp

© 2025 SriMandir, Inc. All rights reserved.