शास्त्रों के अनुसार भगवान विष्णु को सृष्टि का पालनहार कहा जाता है। विष्णु जी की पूजा अर्चना करने से व्यक्ति के कष्टों का नाश होता है। धन-धान्य की वृद्धि के लिए विष्णु जी की पूजा का विधान है। लक्ष्मी प्राप्ति के लिए लक्ष्मी जी की पूजा के साथ-साथ भगवान विष्णु की पूजा भी की जाती है। शास्त्रों के अनुसार पूजा-पाठ करने से भगवान को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है। माना जाता है कि ऋण मुक्ति और धन की प्रचुरता प्राप्त करने के लिए श्री धनदायक स्तोत्र विष्णु अष्टकम और महालक्ष्मी पूजा अत्यंत प्रभावी है।
श्री धनदायक स्तोत्र विष्णु अष्टकम न सिर्फ भगवान विष्णु की महिमा का गुणगान करता है बल्कि धनार्जन के सभी रास्तों को खोल देता है। इसके पाठ से व्यक्ति के जीवन में आर्थिक समृद्धि आती है और भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है, जो सभी प्रकार के ऋण एवं आर्थिक समस्याओं को दूर करने में सहायक होती है। इसके साथ महालक्ष्मी पूजा विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जो कर्ज़ में डूबे हुए हैं या आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। एकादशी तिथि भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है, इसलिए इस दिन इनकी पूजा करने से अपार कृपा प्राप्त होती है। आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी जिसे ‘योगिनी एकादशी’ भी कहते हैं इस दिन भगवान विष्णु के साथ देवी लक्ष्मी की दिव्य कृपा पाने के लिए इस पूजा में श्री मंदिर के माध्यम से अवश्य भाग लें।