ज्योतिष के अनुसार जन्म कुंडली में मंगल और राहु का एक ही घर में स्थित होना अंगारक दोष कहलाता है। मंगल (पित्त) और राहु (वात) के प्रभाव से प्रभावित लोगों को अत्यधिक क्रोध, पित्त, दुर्घटनाओं और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। अंगारक दोष शांति पूजा और यज्ञ कई प्रकार के लाभ प्रदान करते हैं, जिनमें क्रोध, आक्रामकता पर काबू पाना, संघर्षों से निजात के साथ अंगारक दोष को दूर किया जाता है। दिनांक 21 मई 2024, मंगलवार को वैशाख शुक्ल त्रयोदशी पर श्री मंगलनाथ महादेव मंदिर, उज्जैन के आचार्यों द्वारा आयोजित इस पूजा में श्री मंदिर के माध्यम से भाग लें।