व्यक्तिगत एवं व्यावसायिक संबंधों में आक्रामकता और संघर्ष पर काबू पाने के लिए राहु-मंगल ग्रह विशेष अंगारक दोष शांति पूजा और यज्ञ
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व्यक्तिगत एवं व्यावसायिक संबंधों में आक्रामकता और संघर्ष पर काबू पाने के लिए राहु-मंगल ग्रह विशेष अंगारक दोष शांति पूजा और यज्ञ
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व्यक्तिगत एवं व्यावसायिक संबंधों में आक्रामकता और संघर्ष पर काबू पाने के लिए राहु-मंगल ग्रह विशेष अंगारक दोष शांति पूजा और यज्ञ
व्यक्तिगत एवं व्यावसायिक संबंधों में आक्रामकता और संघर्ष पर काबू पाने के लिए राहु-मंगल ग्रह विशेष अंगारक दोष शांति पूजा और यज्ञ
व्यक्तिगत एवं व्यावसायिक संबंधों में आक्रामकता और संघर्ष पर काबू पाने के लिए राहु-मंगल ग्रह विशेष अंगारक दोष शांति पूजा और यज्ञ
राहु-मंगल ग्रह विशेष

अंगारक दोष शांति पूजा और यज्ञ

व्यक्तिगत एवं व्यावसायिक संबंधों में आक्रामकता और संघर्ष पर काबू पाने के लिए
temple venue
श्री मंगलनाथ महादेव मंदिर, उज्जैन
pooja date
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
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अब तक2,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

व्यक्तिगत एवं व्यावसायिक संबंधों में आक्रामकता और संघर्ष पर काबू पाने के लिए राहु-मंगल ग्रह विशेष अंगारक दोष शांति पूजा और यज्ञ

ज्योतिष के अनुसार जन्म कुंडली में मंगल और राहु का एक ही घर में स्थित होना अंगारक दोष कहलाता है। मंगल (पित्त) और राहु (वात) के प्रभाव से प्रभावित लोगों को अत्यधिक क्रोध, पित्त, दुर्घटनाओं और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। अंगारक दोष शांति पूजा और यज्ञ कई प्रकार के लाभ प्रदान करते हैं, जिनमें क्रोध, आक्रामकता पर काबू पाना, संघर्षों से निजात के साथ अंगारक दोष को दूर किया जाता है। दिनांक 21 मई 2024, मंगलवार को वैशाख शुक्ल त्रयोदशी पर श्री मंगलनाथ महादेव मंदिर, उज्जैन के आचार्यों द्वारा आयोजित इस पूजा में श्री मंदिर के माध्यम से भाग लें।

पूजा लाभ

puja benefits
आक्रामकता पर काबू पाने के लिए
अंगारक दोष व्यक्ति को क्रोधी और जिद्दी बना देता है। इस अवस्था में व्यक्ति बिना कुछ सोचे समझे तुरंत ही जवाब दे देते हैं। वे झगड़ालू प्रवृत्ति के हो जाते हैं और दूसरे की बातों को ठीक से समझे बिना झगड़े शुरू कर देते हैं। माना जाता है कि अंगारक दोष शांति पूजा और यज्ञ करने से व्यक्तियों को अपने क्रोध और आक्रामकता पर काबू पाने में मदद मिलती है।
puja benefits
संघर्षों का समाधान
यह दोष व्यक्ति में आक्रामक स्वभाव का कारण बनता है, जिससे उसके जीवन में व्यक्तिगत और व्यावसायिक पहलुओं में मतभेद, गलतफहमी एवं संघर्ष उत्पन्न होता है। अंगारक दोष शांति पूजा और यज्ञ से व्यक्तियों में उत्पन्न मतभेद, गलतफहमियों एवं झगड़ों को सुलझाने में मददगार होगा और संबंधों को बेहतर करता है।
puja benefits
नकारात्मकता से मुक्ति
अंगारक दोष जीवन में आने वाली सभी बाधाओं और समस्याएं उत्पन्न करता है, जीवन के सभी क्षेत्र में प्रगति बाधित होती है। इसमें नकारात्मक प्रभाव, अप्रत्याशित, अस्थिरता, भ्रम की बन जाती है। यह पूजा, जब विशेष रूप से मंगलवार को की जाती है, व्यक्ति को नकारात्मकता से मुक्त करने में मदद करती है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा चयन करें

4 विभिन्न पूजा पैकेज ऑप्शन से चयन करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

अपनी पूजा के साथ गौ सेवा, वस्त्र दान, दीप दान भी करें। पूजा के लिए भुगतान करें।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

अपना नाम और गोत्र दर्ज करें।
Number-3

पूजा दिन

अनुभवी पंडितों द्वारा वैदिक प्रक्रिया के अनुसार पूजा होगी। आपको अपने WhatsApp नंबर पर अपडेट्स मिलेंगे।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

अपने पंजीकृत WhatsApp नंबर पर पूजा के 4-5 दिनों में पूजा वीडियो एबं आपके दिए गए पते पर 8-10 दिनों बाद तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें ।

श्री मंगलनाथ महादेव मंदिर,उज्जैन

श्री मंगलनाथ महादेव मंदिर,उज्जैन
मध्यप्रदेश में स्थित महाकाल की नगरी ‘उज्जैन’ को सभी तीर्थ क्षेत्रों में श्रेष्ठ माना गया है। मान्यता है इस नगरी में मंगल ग्रह की शांति के लिए 'मंगलनाथ मंदिर' से बढ़कर कोई स्थान नहीं है। जिन व्यक्तियों की कुंडली में मंगल दोष होता है, वो अपने अनिष्ट ग्रहों की शांति के लिए मंगलनाथ मंदिर में पूजा-पाठ करवाने आते हैं। मत्स्य पुराण के अनुसार मंगलनाथ उज्जैन को मंगल ग्रह का जन्मस्थान माना गया है।

मान्यता है कि इस स्थान पर मंगलग्रह की सीधी किरणें पड़ती हैं। इस पवित्र स्थान से कर्क रेखा भी गुजरती है। इन्हीं कारणों से जन्म कुंडली में मंगल ग्रह से संबंधित सभी दोषों के निवारण के लिए मंगलनाथ में भात पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। मंगल को भगवान शिव और पृथ्वी का पुत्र कहा गया है। इस कारण इस मंदिर में मंगल की उपासना महादेव के रूप में की जाती है। इस मंदिर में मांगलिक दोष निवारण पूजा कराने से मांगलिक दोष के सभी दुष्प्रभावों से मुक्ति मिलती है।

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
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