छोटी होली और बड़ी होली में अंतर क्या है?
image
downloadDownload
shareShare
ShareWhatsApp

छोटी होली और बड़ी होली में अंतर क्या है?

क्या आप जानते हैं कि होली सिर्फ एक दिन नहीं, बल्कि दो दिन का पर्व है? छोटी होली और बड़ी होली में क्या अंतर है, जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें!

छोटी होली और बड़ी होली में अंतर

होली तो हम सभी धूमधाम से मनाते हैं लेकिन बड़ी और छोटी होली के अंतर को कम ही लोग जानते हैं। आइए इस लेख में इसे ठीक ढंग से समझकर अपनी संस्कृति को नए सिरे से जानें।

छोटी होली और बड़ी होली में अंतर क्या है?

होली भारत का एक प्रमुख और रंगारंग त्योहार है, जो फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह त्योहार दो दिनों तक चलता है, जिसे छोटी होली और बड़ी होली के नाम से जाना जाता है।

छोटी होली और बड़ी होली क्या है?

छोटी होली, जिसे होलिका दहन भी कहते हैं और ये होली का पहला दिन होता है, जबकि बड़ी होली, जिसे रंगवाली होली या धुलेंडी कहते हैं, दूसरा दिन होता है। जहां छोटी होली बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, वहीं बड़ी होली रंगों, खुशी और एकता का उत्सव है। आइए, इन दोनों के बीच के अंतर को विस्तार से समझते हैं।

छोटी होली

इस बार होली 13 मार्च 2025 को शुरू होगी, जिसमें पहला दिन छोटी होली या होलिका दहन के रूप में मनाया जाएगा।

बड़ी होली

दूसरा दिन 14 मार्च 2025 को बड़ी होली या रंगवाली होली के रूप में मनाया जाएगा

तिथि और समय में अंतर

छोटी होली फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को संध्या के समय मनाई जाती है। यह वह दिन है जब होलिका दहन होता है, जो आमतौर पर सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में किया जाता है। दूसरी ओर, बड़ी होली अगले दिन, यानी चैत्र मास की कृष्ण पक्ष प्रतिपदा को मनाई जाती है। यह दिन सुबह से शुरू होता है और पूरे दिन रंगों के साथ उत्सव चलता है। इस तरह, छोटी होली रात में केंद्रित होती है, जबकि बड़ी होली दिन के उजाले में मनाई जाती है।

आयोजन और गतिविधियों में अंतर

छोटी होली का मुख्य आयोजन होलिका दहन है। इस दिन लोग लकड़ियां, सूखे पत्ते और अन्य ज्वलनशील सामग्री इकट्ठा करते हैं और एक बड़ा अलाव जलाते हैं। इस अलाव में होलिका की प्रतीकात्मक मूर्ति को जलाया जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देता है। लोग इसके चारों ओर पूजा करते हैं, मंत्र पढ़ते हैं और परिक्रमा करते हैं। वहीं, बड़ी होली पूरी तरह से रंगों का त्योहार है। इस दिन लोग एक-दूसरे पर गुलाल और रंगीन पानी डालते हैं, पिचकारी से खेलते हैं, नाचते-गाते हैं और मिठाइयां बांटते हैं। छोटी होली में आग की गर्मी होती है, तो बड़ी होली में रंगों की ठंडक।

प्रतीकात्मक महत्व में अंतर

छोटी होली का संबंध हिंदू पौराणिक कथा से है, जिसमें भक्त प्रह्लाद और होलिका की कहानी शामिल है। यह दर्शाता है कि सच्चाई और भक्ति हमेशा विजयी होती है। होलिका दहन के माध्यम से लोग अपने अंदर की नकारात्मकता को जलाने का संकल्प लेते हैं। दूसरी ओर, बड़ी होली राधा-कृष्ण के प्रेम और वसंत ऋतु के आगमन का उत्सव है। यह दिन खुशी, मेल-मिलाप और सामाजिक एकता को बढ़ावा देता है। जहां छोटी होली आध्यात्मिक सफाई का प्रतीक है, वहीं बड़ी होली जीवन में रंग भरने का संदेश देती है।

तैयारी और रीति-रिवाज में अंतर

छोटी होली की तैयारी में लोग पहले से लकड़ियां इकट्ठा करते हैं और होलिका दहन के लिए स्थान तैयार करते हैं। इस दिन पूजा के लिए फूल, रोली, अक्षत, मिठाई और कच्चा सूत जैसी चीजें प्रयोग की जाती हैं। इसके विपरीत, बड़ी होली की तैयारी में रंग, गुलाल, पिचकारी और मिठाइयां जैसे गुजिया, मालपुआ और ठंडाई शामिल होती हैं। छोटी होली में धार्मिक अनुष्ठान प्रमुख होते हैं, जबकि बड़ी होली में मनोरंजन और उत्साह की प्रधानता रहती है।

भोजन और परंपरा में अंतर

छोटी होली में भोजन का ज्यादा जोर नहीं होता, हालांकि कुछ लोग अलाव के पास भुने हुए जौ के दाने खाते हैं, जो फसल से जुड़ा रिवाज है। दूसरी ओर, बड़ी होली में खाने-पीने का विशेष महत्व है। लोग गुजिया, ठंडाई, दही-वड़ा और अन्य व्यंजनों का आनंद लेते हैं। यह दिन मिठास और स्वाद से भरा होता है, जो उत्सव को और भी खास बनाता है।

निष्कर्ष:

छोटी होली और बड़ी होली, दोनों ही होली त्योहार के अभिन्न अंग हैं, लेकिन इनके उद्देश्य और उत्सव का तरीका अलग-अलग है। छोटी होली जहां बुराई को जलाने और आत्म-शुद्धि का प्रतीक है, वहीं बड़ी होली जीवन में रंग, प्रेम और खुशी लाने का उत्सव है। इस बार 13 मार्च को होलिका दहन के साथ त्योहार शुरू होगा और 14 मार्च को रंगों की धूम रहेगी। दोनों दिन मिलकर होली को एक संपूर्ण और यादगार त्योहार बनाते हैं, जो भारतीय संस्कृति की विविधता और समृद्धि को दर्शाता है।

divider
Published by Sri Mandir·March 7, 2025

Did you like this article?

srimandir-logo

श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

Address:

Firstprinciple AppsForBharat Private Limited 435, 1st Floor 17th Cross, 19th Main Rd, above Axis Bank, Sector 4, HSR Layout, Bengaluru, Karnataka 560102

Play StoreApp Store

हमे फॉलो करें

facebookinstagramtwitterwhatsapp

© 2025 SriMandir, Inc. All rights reserved.