फिरोज़ा पहनने की विधि, फायदे-नुकसान, कीमत और असली फिरोज़ा की पहचान
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फिरोज़ा पहनने की विधि, फायदे-नुकसान, कीमत और असली फिरोज़ा की पहचान

फिरोज़ा पहनने से मिलती है मानसिक शांति और बुरी शक्तियों से सुरक्षा, लेकिन नकली रत्न से बढ़ सकती हैं समस्याएं! जानें सही विधि और पहचान।

फिरोज़ा पहनने के बारे में

फिरोज़ा रत्न को सौभाग्य, स्वास्थ्य और शांति का प्रतीक माना जाता है। इसे पहनने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और मानसिक तनाव में कमी आती है। फिरोज़ा आत्मविश्वास बढ़ाता है और संबंधों में मधुरता लाता है। यह रत्न विशेष रूप से वृषभ और धनु राशि वालों के लिए लाभकारी है।

फिरोज़ा

फिरोज़ा एक शक्तिशाली और शुभ रत्न माना जाता है, जिसे विशेष रूप से सुख-समृद्धि, बुरी नजर से बचाव और मानसिक शांति के लिए पहना जाता है। लेकिन अगर इसे पूरे नियम और सही तरीके से नहीं पहना जाए तो ये उतना लाभ नहीं देता जितना देना चाहिए तो चलिए सबसे आपको इसे पहनने की सही विधि बताते हैं।

  • फिरोज़ा पहनने की सही विधि - फिरोजा ही नहीं सभी रत्न अगर सही विधि से पहने जाएं तो कहीं ज्यादा लाभ देते हैं।
  • रत्न शुद्धि - पहनने से पहले इसे कच्चे गाय के दूध में 10-15 मिनट तक रखें।इसके बाद गंगाजल या साफ पानी से धो लें।
  • मंत्र जाप - पहनते समय ॐ बुं बृहस्पतये नम या ॐ शुं शुक्राय नमः मंत्र का 108 बार जाप करें।
  • उंगली का चयन - इसे दाएं हाथ की अनामिका जिसे रिंग फिंगर भी कहा जाता है या छोटी उंगली में पहनें।
  • संकल्प लें - पहनते समय सकारात्मक विचार रखें और इच्छित फल प्राप्ति का संकल्प लें।

फ़िरोज़ा किस धातु में पहनना चाहिए

इसे विशेष रूप से चाँदी में पहनना अधिक शुभ माना जाता है। हालाँकि, पंचधातु में भी इसे धारण किया जा सकता है, लेकिन सोने में पहनने की सलाह कम दी जाती है।

फिरोज़ा पहनने का शुभ दिन

फिरोज़ा रत्न ज्योतिष में मुख्य रूप से बृहस्पति ग्रह से जुड़ा होता है, लेकिन यह शुक्र और राहु के प्रभाव में भी आता है। इसे पहनने के लिए सबसे शुभ दिन गुरुवार माना जाता है, क्योंकि यह दिन बृहस्पति देव को समर्पित होता है। यदि इसे शुक्र ग्रह के प्रभाव को बढ़ाने के लिए धारण करना हो, तो शुक्रवार को भी पहना जा सकता है।

देखभाल और सावधानियां - इसे नियमित रूप से साफ करें और रसायनों से बचाकर रखें। उतारते समय इसे गंगाजल से धोकर सुरक्षित स्थान पर रखें। अगर फिरोज़ा में दरार आ जाए या रंग बदलने लगे तो इसे बदल देना चाहिए।

फिरोज़ा पहनने के फायदे

  • भाग्य और समृद्धि का कारक – इसे पहनने से जीवन में सफलता, खुशहाली और आर्थिक उन्नति की संभावना बढ़ती है।
  • स्वास्थ्य के लिए उपयोगी – यह सिरदर्द, आंखों की समस्या और तनाव जैसी शारीरिक परेशानियों में राहत देने वाला माना जाता है।
  • नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा – यह पत्थर नकारात्मक शक्तियों और बुरी नजर से बचाने में मदद करता है।
  • मानसिक संतुलन – इसे धारण करने से मन शांत रहता है और भावनात्मक स्थिरता बनी रहती है।
  • संबंधों को मजबूत बनाता है – फिरोज़ा प्रेम, दोस्ती और वैवाहिक जीवन में मधुरता लाने वाला माना जाता है।
  • संचार कौशल में सुधार – यह आत्मविश्वास बढ़ाने के साथ-साथ बातचीत की क्षमता को भी मजबूत करता है।

फिरोज़ा पहनने के संभावित नुकसान

अगर यह पत्थर व्यक्ति की कुंडली से मेल नहीं खाता, तो यह नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। फिरोज़ा समय के साथ नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करता है, जिससे उसका रंग फीका पड़ सकता है और प्रभाव कम हो सकता है। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि बाजार में नकली फिरोज़ा उपलब्ध होने के कारण असली पत्थर का लाभ नहीं मिल पाता।

फिरोज़ा किस राशि को पहनना चाहिए

फिरोज़ा रत्न ज्योतिष शास्त्र में सौभाग्य, आत्मविश्वास और आध्यात्मिकता बढ़ाने वाला माना जाता है। यह मुख्य रूप से धनु और मीन राशि के लोगों के लिए शुभ होता है, क्योंकि इसका संबंध बृहस्पति ग्रह से है। साथ ही यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति कमजोर है या प्रतिकूल प्रभाव दे रहा है, तो यह रत्न सकारात्मक प्रभाव ला सकता है। वहीं वृषभ, कन्या और मकर राशि के लोगों को बिना ज्योतिषीय सलाह के इसे धारण नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह उनके लिए हमेशा शुभ प्रभाव नहीं देता।

फिरोज़ा कितने दिन में असर दिखाता है

फिरोज़ा एक शक्तिशाली रत्न है, जो व्यक्ति की ऊर्जा, ग्रहों की दशा और उसकी राशि के मुताबिक असर दिखाता है। इसका प्रभाव दिखने में हर व्यक्ति पर अलग-अलग टाइम लगता है। कुछ लोग इसे पहनते ही मानसिक शांति, सकारात्मक ऊर्जा और आत्मविश्वास में वृद्धि महसूस करने लगते हैं और नकारात्मकता कम होने और विचारों में स्पष्टता आने लगती है। वहीं ज्यादातर लोगों को इसके प्रभाव का अनुभव 2 सप्ताह से लेकर डेढ़ महीने के भीतर होने लगता है। कुल मिलाकर फिरोज़ा का प्रभाव हर व्यक्ति पर अलग-अलग समय में दिखता है।

फिरोज़ा की कीमत

फिरोज़ा रत्न की कीमत उसकी गुणवत्ता, आकार, उत्पत्ति और प्रमाणिकता के आधार पर अलग-अलग हो सकती है। उच्च गुणवत्ता वाले फिरोज़ा रत्न आमतौर पर ₹5,000 से ₹10,000 प्रति कैरेट तक उपलब्ध होते हैं, जबकि बेहतरीन गुणवत्ता वाले दुर्लभ रत्नों की कीमत ₹10,000 से ₹20,000 प्रति कैरेट तक पहुंच सकती है।

असली फिरोज़ा की पहचान कैसे करें?

फिरोज़ा एक बहुमूल्य रत्न है, जिसे असली और नकली में पहचानना मुश्किल हो सकता है। यहां कुछ आसान तरीके बताए गए हैं, जिनसे आप असली फिरोज़ा की पहचान कर सकते हैं -

  • असली फिरोज़ा हल्के नीले से लेकर हरे-नीले रंग का होता है।
  • इसमें प्राकृतिक रूप से काली, भूरी या सुनहरी नसें जैसी हो सकती हैं।
  • नकली फिरोज़ा आमतौर पर बहुत चमकदार और प्लास्टिक जैसा दिख सकता है।
  • इसे किसी नुकीली वस्तु से हल्के से खुरचने की कोशिश करें। यदि आसानी से खरोंच आ जाए, तो यह असली होने की संभावना कम है।
  • अगर फिरोज़ा नकली है और प्लास्टिक या रेजिन से बना है, तो गर्म सुई लगाने पर यह जलने लगेगा और गंध निकलेगी। असली फिरोज़ा पर गर्म सुई का कोई असर नहीं होगा।

अगर फिर भी शक हो, तो किसी रत्न विशेषज्ञ से जांच कराना सबसे विश्वसनीय तरीका है।

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Published by Sri Mandir·April 11, 2025

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