गुरुवार व्रत में क्या खाना चाहिए?
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गुरुवार व्रत में क्या खाना चाहिए?

गुरुवार व्रत के दौरान हल्का और सात्विक आहार का सेवन करें। यहां जानें, क्या खाएं और कैसे व्रत का सही तरीके से पालन करें।

गुरुवार व्रत के बारे में

आमतौर पर गुरूवार का व्रत भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए की जाती है। इस दिन व्रत करने से घर में सुख शांति आती है, साथ ही घर से नकारात्मक उर्जा का नाश होता है। मगर क्या आपको पता है कि इस व्रत के समापन के बाद खाने का सही समय क्या है? इस लेख में जानिए गुरुवार के व्रत में खाना खाने के सही समय के बारे में।

गुरुवार व्रत में क्या खाना चाहिए?

हिंदू धर्म में व्रत का विशेष महत्व है। सप्ताह के प्रत्येक दिन का संबंध किसी न किसी देवता से होता है। गुरुवार का व्रत बृहस्पति देव और भगवान विष्णु को समर्पित है। यह व्रत करने से बृहस्पति ग्रह का अशुभ प्रभाव कम होता है, और जातक के जीवन में सुख- शांति आती है। व्रत के दौरान भोजन के समय और प्रकार का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है, क्योंकि यह व्रत के धार्मिक लाभों को बढ़ाता है। इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि गुरुवार के व्रत में भोजन कब और कैसे करना चाहिए।

गुरुवार व्रत का महत्व

गुरुवार का व्रत बृहस्पति देव और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। बृहस्पति देव को ज्ञान, धर्म, और धार्मिकता का प्रतीक माना गया है। उनका प्रभाव व्यक्ति की सोच, विवेक, और निर्णय लेने की क्षमता को प्रभावित करता है। इसलिए यह व्रत उन लोगों के लिए अत्यधिक लाभकारी होता है जो अपने जीवन में आर्थिक, मानसिक, या शारीरिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं।

गुरुवार व्रत से न केवल आध्यात्मिक लाभ होते हैं, बल्कि यह ग्रह दोष निवारण का भी एक महत्वपूर्ण उपाय माना जाता है। जिनकी कुंडली में बृहस्पति ग्रह कमजोर होता है, उनके लिए यह व्रत बेहद फलदायी होता है।

गुरुवार व्रत के नियम

  • व्रत के दौरान भोजन करने का सही समय व्रत की सफलता और प्रभाव को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है।
  • गुरुवार व्रत में सूर्यास्त से पहले एक समय भोजन करने का विधान है, हालांकि आप अगर पूरे दिन निराहार रहकर व्रत रखने में असमर्थ हैं, तो फलाहार का सेवन कर सकते हैं।
  • गुरुवार व्रत के दिन पीले रंग के भोजन को शुभ माना गया है। इस दिन बेसन, चना दाल, शुद्ध घी, हल्दी युक्त भोजन, दूध, दही, शकरकंद, और सत्तू का सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा फल और सूखे मेवे जैसे बादाम, किशमिश, और अखरोट को भी आहार में शामिल करना चाहिए।
  • गुरुवार के व्रत में नमक, केला व खिचड़ी का सेवन पूरी तरह से वर्जित है। साथ ही, मांसाहारी भोजन, लहसुन, प्याज, शराब और तली-भुनी चीजों का भी परहेज करना चाहिए। 

गुरुवार व्रत के लाभ

गुरुवार के व्रत का पालन करने से बृहस्पति देव की कृपा प्राप्त होती है, जिससे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। ये व्रत न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि स्वास्थ्य और मानसिक शांति के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। 

तो इस प्रकार ‘गुरुवार व्रत’ में भोजन करने का सही समय और विधान का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है, ताकि जातक को इस व्रत का पूर्ण लाभ प्राप्त हो सकें।

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Published by Sri Mandir·February 12, 2025

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