बुध यंत्र के लाभ, उपयोग और पूजा विधि पर विस्तृत जानकारी
बुध ग्रह को युवराज ग्रह माना गया है। यदि जातक कि कुंडली में बुध ग्रह मजबूत हो, तो जातक बहुत ही ज्यादा आत्मविश्वासी होता है और उसे व्यापार में सफलता भी जल्दी मिलती है। अगर आपकी कुंडली में बुध ग्रह कमजोर है, तो बुध यंत्र आपके लिए लाभदायी साबित होगा। बुध यंत्र आपकी सफलता के कई रास्ते खोलता है। आइए इस आर्टिकल में जानें बुध यंत्र के फायदों के बारे में।
संचार ग्रह या फिर ग्रहों का युवराज कहे जाने वाला बुध ग्रह बहुत ही शुभ माना जाता है। किसी मनुष्य की कुंडली में यदि बुध ग्रह की दिशा औऱ दशा ठीक है तो उसको जीवन में अपार सफलताएं मिलती हैं। इससे वह जीवन में बहुत मान-सम्मान अर्जित करता है, लेकिन कुंडली में इस ग्रह का दोष हो तो मानसिक शक्ति कमजोर हो जाती है और मन भटकने लगता है। इससे किसी भी तरह से सफलताएं प्राप्त नहीं हो पाती। ऐसी स्थिति में बुध यंत्र एक मात्र उपाय है जो इन सभी समस्याओं से बचाता है। इस यंत्र की पूजा करने से सुख-शांति, सफलता, समृद्धि आती है। इसके अलावा यह यंत्र कई नई संभावानाओं को विकसित करने में मदद करता है।
बुध यंत्र का महत्व विशेष है। क्योंकि यह यंत्र साधक के जीवन में आने वाली समस्त बाधाओं को दूर करता है। यह साधक की एकाग्र शक्ति को बढ़ाकर उनके लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा कुंडली में बुध के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए बुध यंत्र सिद्ध उपाय है।
यह यंत्र सभी लोगों के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन विद्यार्थियों, व्यापार, व्यवसाय या फिर कला, संगीत क्षेत्र से संबंधित लोगों के लिए यह बुध यंत्र अधिक फायदेमंद होता है। यदि कोई विद्यार्थी जिसका मन पढ़ाई में नहीं लगता या वो कमजोर है तो इस यंत्र की उपासना से उसको लाभ मिल सकता है। वहीं, व्यवसाय और व्यापार से संबंधित लोगों को यह यंत्र अधिक धन अर्जित करने और अधिक सफलता प्राप्त करने में लाभदायक है। इसके अलावा संगीत, कला, निर्देशन, लेखन, प्रकाशन आदि के क्षेत्रों से जुड़े लोगों को यह यंत्र शुभ फल प्रदान करता है।
यंत्र की स्थापना करने से पूर्व शरीर को स्वच्छ कर लें। इसके बाद बुधवार के दिन यंत्र को शुभ मुहूर्त में और सही दिशा में स्थापित करें। इस कार्य के बाद बुध ग्रह के बीज मंत्र ऊँ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधये नमः का 11 या 21 बार जाप करें। फिर यंत्र को शुद्ध करें और अन्य पूजन सामग्री चढ़ाएं। सही तरीके से की गई पूजा और नियम से इस यंत्र का प्रभाव सकारात्मक रूप से होगा और जीवन के दोषों आदि को दूर करेगा। मगर ध्यान रहे आपको इस मंत्र को किसी जानकार ज्योतिष से दिखाकर ही घर में स्थापित करना है।
बुध यंत्र को स्थापित करते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए, जिससे स्थापित यंत्र से शुभ फल की प्राप्ति हो और बुध देव का आशीर्वाद मिले। यंत्र को स्थापित करते समय उसकी सही दिशा, दिन और मुहर्त का विशेष ध्यान रखना चाहिए। यंत्र को खरीदते वक्त ध्यान रखना चाहिए कि यह विधिवत बनाया गया हो और प्राण-प्रतिष्ठा हुई हो। इसके अलावा यंत्र को स्थापित करते वक्त पूजन सामग्री, स्वच्छता, मंत्रों का सही उच्चारण, जाप आदि का पूरा ध्यान रखना आवश्यक होता है। पूजन को पूर्ण विधि के साथ पूरे मन से करना चाहिए। इसके अलावा यंत्र की स्थापना के बाद नियमित रूप से यंत्र की पूजा करनी चाहिए।
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