भय एवं नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा का आशीष पाने के लिए श्रावण ज्योतिर्लिंग विशेष श्री बटुक भैरव आपदा हरण यज्ञ और बटुक भैरव अष्टकम पाठ
भय एवं नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा का आशीष पाने के लिए श्रावण ज्योतिर्लिंग विशेष श्री बटुक भैरव आपदा हरण यज्ञ और बटुक भैरव अष्टकम पाठ
भय एवं नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा का आशीष पाने के लिए श्रावण ज्योतिर्लिंग विशेष श्री बटुक भैरव आपदा हरण यज्ञ और बटुक भैरव अष्टकम पाठ
भय एवं नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा का आशीष पाने के लिए श्रावण ज्योतिर्लिंग विशेष श्री बटुक भैरव आपदा हरण यज्ञ और बटुक भैरव अष्टकम पाठ
भय एवं नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा का आशीष पाने के लिए श्रावण ज्योतिर्लिंग विशेष श्री बटुक भैरव आपदा हरण यज्ञ और बटुक भैरव अष्टकम पाठ
भय एवं नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा का आशीष पाने के लिए श्रावण ज्योतिर्लिंग विशेष श्री बटुक भैरव आपदा हरण यज्ञ और बटुक भैरव अष्टकम पाठ
भय एवं नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा का आशीष पाने के लिए श्रावण ज्योतिर्लिंग विशेष श्री बटुक भैरव आपदा हरण यज्ञ और बटुक भैरव अष्टकम पाठ
श्रावण ज्योतिर्लिंग विशेष

श्री बटुक भैरव आपदा हरण यज्ञ और बटुक भैरव अष्टकम पाठ

भय एवं नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा का आशीष पाने के लिए
temple venue
श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर , खंडवा, मध्य प्रदेश
pooja date
11 अगस्त, रविवार, श्रावण शुक्ल सप्तमी (सुबह 5:39 से)
Warning Infoइस पूजा की बुकिंग बंद हो गई है
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
अब तक3,00,000+भक्तोंश्री मंदिर द्वारा आयोजित पूजाओ में भाग ले चुके हैं

भय एवं नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा का आशीष पाने के लिए श्रावण ज्योतिर्लिंग विशेष श्री बटुक भैरव आपदा हरण यज्ञ और बटुक भैरव अष्टकम पाठ

भैरव का अर्थ है 'रक्षा करने वाला।' भगवान भैरव की साधनाओं को कलियुग में सबसे सरल और सफल मानी गई है। शिव महापुराण के अनुसार भैरव, भगवान शिव का ही रूप हैं, जो अपने भक्तों को सभी खतरों से सुरक्षा का आशीष देते हैं। शास्त्रीय शक्ति समागम तंत्र में भैरव की अभिव्यक्ति का वर्णन किया गया है, जिसमें आपद नामक राक्षस ने प्राचीन काल में तपस्या कर अजेय होने का वरदान प्राप्त किया और यह वर भी हासिल किया कि उसकी मृत्यु पांच साल के बच्चे द्वारा ही हो सकती है। वरदान मिलने के बाद आपद ने हर जगह हाहाकार मचा दिया। जैसे-जैसे उसके अपराध असहनीय होने लगे, तब देवताओं ने मिलकर चिंतन किया और उसके जीवनकाल को समाप्त करने की योजना बनाई, जिसके बाद उन्होंने भगवान शिव से सहायता के लिए प्रार्थना की। भगवान के चिंतन-मंथन से एक शानदार प्रकाश चमक उठा, जिससे एक पांच साल के बच्चे बटुक भैरव की उत्पत्ति हुई।

बाल बटुक को सभी देवगण ने आशीर्वाद दिया, जिससे बटुक कभी नहीं रुके बल्कि अजेय हो गए। बटुक भैरव ने राक्षस आपद का वध किया, जिससे उन्हें आपदुद्धारक बटुक भैरव या उपनाम भैरव के नाम से जाना जाने लगा। भैरव वह देवत्व हैं, जो अपने भक्तों की समस्याओं का समाधान निकालने में मदद करते हैं। उसी समय से आपद शब्द समस्याओं का पर्याय बन गया है। बाबा बटुक भैरव के बारे में यह भी कहा जाता है कि इनमें सभी ग्रहों को शांत करने की क्षमता है, चाहे वह शनि ग्रह हो अथवा राहु या केतु ग्रह। क्योंकि बटुक भैरव के मस्तक पर स्वयं सूर्य विद्यमान हैं, जिन्हें नवग्रहों में अधिपति का दर्जा प्राप्त है। भगवान भैरव की आराधना से व्यक्ति को भय, आशंकाओं और नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति मिलती है। रविवार का दिन भगवान भैरव को समर्पित है, वहीं श्रावण माह भगवान शिव को समर्पित है, इसलिए शिव जी के अंश होने के कारण श्रावण के पवित्र माह में भैरव की पूजा ज्योतिर्लिंग में करने से अत्यंत प्रभावशाली होता है। इसलिए श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में होने वाली श्री बटुक भैरव आपदा हरण यज्ञ और बटुक भैरव अष्टकम पाठ में श्री मंदिर द्वारा भाग लें और भगवान भैरव से भय एवं नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा का आशीष पाएं।

पूजा लाभ

puja benefits
भय से सुरक्षा का आशीष
यदि आपको जीवन में किसी भी ज्ञात-अज्ञात शत्रु से भय बना रहता है या फिर आपके उपर हमेशा प्राणों का संकट बना रहता है तो आपके लिए बटुक भैरव की साधना अत्यंत फलदायी है। बटुक भैरव की साधना उनके लिए भी बहुत कल्याणकारी है जो किसी अन्य बड़े संकट में फंसे हुए हैं, जहां से उनके मान-सम्मान या धनहानि होने की आशंका बनी हो।
puja benefits
नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा
मान्यता है कि बटुक भैरव आपदा हरण यज्ञ करने से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है। भगवान भैरव की पूजा नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के लिए एक ढाल के रूप में काम करती है जो दिमाग से नकारात्मक विचारों और बुरी ऊर्जा को खत्म करने में मदद करता है। इसके साथ बटुक भैरव अष्टकम पाठ करने से भगवान अपने भक्तों को नकारात्मक उर्जाओं से बचाकर रखते हैं।
puja benefits
बाधाओं से मुक्ति
कई बार दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत के बाद भी, कुछ अनचाही बाधाओं के कारण कार्य में सफलता नहीं मिलती है। इन बाधाओं को दूर करने के लिए पर किया गया बटुक भैरव अष्टकम पाठ अत्यंत लाभकारी माना गया है। इस पाठ के साथ भैरव के तंत्र युक्त यज्ञ करने से भगवान भैरव की कृपा से सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। श्रावण माह में ज्योर्तिलिंग में इस पूजा का फल अधिक प्रभावशाली माना जाता है।

पूजा प्रक्रिया

Number-0

पूजा का चयन करें:

नीचे दिए गए पूजा के विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें।
Number-1

अर्पण जोड़ें

अपनी पूजा के साथ गौ सेवा, वस्त्र दान, दीप दान भी करें। पूजा के लिए भुगतान करें।
Number-2

संकल्प विवरण दर्ज करें

संकल्प के लिए अपना नाम एवं गोत्र भरें।
Number-3

पूजा के दिन अपडेट पाएं

हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा का लाइव अपडेट्स प्राप्त करें।
Number-4

पूजा वीडियो एबं तीर्थ प्रसाद डिलीवरी

3-4 दिनों के अंदर अपने व्हाट्सएप नंबर पर पूजा वीडियो पाएं एवं 8-10 दिनों में तीर्थ प्रसाद प्राप्त करें।

श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर , खंडवा, मध्य प्रदेश

श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर , खंडवा, मध्य प्रदेश
भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से चौथा ज्योतिर्लिंग है श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, इन्हें स्वयंभू लिंग माना जाता है। यह मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में नर्मदा नदी के बीच मन्धाता या शिवपुरी नाम के द्वीप पर स्थित है। यहां ज्योतिर्लिंग दो स्वरूप में मौजूद है। जिनमें से एक को ममलेश्वर के नाम से और दूसरे को ओंकारेश्वर नाम से जाना जाता है। ममलेश्वर नर्मदा के दक्षिण तट पर ओंकारेश्वर से थोड़ी दूर स्थित है। अलग होते हुए भी इनकी गणना एक ही की जाती है। ओमकार का उच्चारण सर्वप्रथम स्रष्टिकर्ता ब्रह्मा के मुख से हुआ था। वेद पाठ का प्रारंभ भी ॐ के बिना नहीं होता है। मान्यता है कि मां नर्मदा भी यहां स्वयं ॐ के आकार में बहती हैं। शास्त्रों के अनुसार ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन मात्र से समस्त पापों से मुक्ति मिल जाती है। पुराणों में स्कन्द पुराण, शिवपुराण व वायुपुराण में ओम्कारेश्वर क्षेत्र की महिमा का उल्लेख है।

पौराणिक कथा के अनुसार भोलेनाथ तीनों लोकों के भ्रमण के बाद यहां रात्रि में शयन के लिए आते हैं। कहते हैं पृथ्वी पर ये एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां शिव-पार्वती रोज चौसर पांसे खेलते हैं। रात्रि में शयन आरती के बाद यहां प्रतिदिन चौपड़ बिछाए जाते हैं और गर्भग्रह बंद कर दिया जाता है। आश्चर्य की बात है कि जिस मंदिर के भीतर रात के समय परिंदा भी पर नहीं मार पाता है वहां हर दिन चौपड़ बिखरे पाए जाते हैं। यह तथ्य इस मंदिर के धार्मिक महत्व को और बढा देता है यही कारण है कि सभी तीर्थों के दर्शन पश्चात ओंकारेश्वर के दर्शन व पूजन विशेष महत्व है। तीर्थ यात्री सभी तीर्थों का जल लाकर ओमकारेश्वर में अर्पित करते हैं, तभी सारे तीर्थ पूर्ण माने जाते हैं अन्यथा वे अधूरे ही माने जाते हैं।

पूजा का चयन करें

851

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पूजा संकल्प के दौरान पंडित जी आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

1251

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं

पूजा संकल्प के दौरान पंडित जी आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

2001

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पूजा संकल्प के दौरान पंडित जी आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में भगवान बटुक भैरव को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

3001

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं

पूजा संकल्प के दौरान पंडित जी आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में भगवान बटुक भैरव को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा
अपने नाम से किए जाने वाले वस्त्र दान, अन्न दान, गौ सेवा या दीप दान जैसे अन्य सेवाएं का विकल्प चुनें।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

पूजा समाप्त होने के बाद, आपकी पूजा का पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग, नाम और गोत्र चैंटिंग सहित, साझा किया जाएगा।
महाशिवरात्रि 4 प्रहर अभिषेक
8 March 2023
दिव्य महाकाली मध्यरात्रि तांत्रोक्त यज्ञ
7 May 2023
शनि शांति यज्ञ और तिल तेल अभिषेक
4 May 2023

कैसा रहा श्री मंदिर पूजा सेवा का अनुभव?

क्या कहते हैं श्रद्धालु?
User review
User Image

जय राज यादव

दिल्ली
User review
User Image

रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
User review
User Image

अपर्णा मॉल

पुरी
User review
User Image

शिवराज डोभी

आगरा
User review
User Image

मुकुल राज

लखनऊ

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों