जीवन में बुराई और नकारात्मकता के विनाश के लिए शारदीय नवरात्रि षष्ठी शक्तिपीठ विशेष माँ कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पाठ एवं नव चंडी हवन
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शारदीय नवरात्रि षष्ठी शक्तिपीठ विशेष

माँ कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पाठ एवं नव चंडी हवन

जीवन में बुराई और नकारात्मकता के विनाश के लिए
temple venue
शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर, मथुरा, उत्तर प्रदेश
pooja date
8 अक्टूबर, मंगलवार, नवरात्रि षष्ठी
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पूरे विधि द्वारा पूजा होगी
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विशेष मंत्र द्वारा कृपा मिलेगी
भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए विशेष मंत्र शेयर किया जाएगा
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जीवन में बुराई और नकारात्मकता के विनाश के लिए शारदीय नवरात्रि षष्ठी शक्तिपीठ विशेष माँ कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पाठ एवं नव चंडी हवन

हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है। 'नव' का अर्थ है 'नौ' और 'रात्रि' का अर्थ है 'रात', अर्थात नौ रातों तक चलने वाला यह पर्व मां दुर्गा के नौ स्वरूपों को समर्पित है। नवरात्रि का छठवां दिन मां दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप को समर्पित है। मां कात्यायनी को अमोघ फलदायिनी के नाम से भी जाना जाता है। पौराणिक कथानुसार, महर्षि कात्यायन की कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर मां दुर्गा ने महर्षि के यहां जन्म लिया था। महर्षि कात्यायन के यहां जन्म के कारण माता का नाम कात्यायनी पड़ा। आगे चलकर इन्हें महिषासुर मर्दिनी के नाम से भी जाना गया। महिषासुर मर्दिनी, देवी आदिशक्ति की वो स्वरूप हैं जो महिषासुर नामक राक्षस का वध करने के लिए प्रकट हुई थीं। कहा जाता है कि देवी का यह स्वरुप महिषासुर नामक राक्षस का संहार करने के लिए देव स्तुति के बाद अस्तित्व में आया। महिषासुर एक बहुत ही शक्तिशाली राक्षस था, उसे कई वरदान प्राप्त थे। एक बार वह देवों पर विजय पाने के लिए उन पर आक्रमण कर दिया। जब देव उसे परास्त नहीं कर पाएं तो वे देवी आदिशक्ति के शरण में और उनकी स्तुति करने लगें। जिसके बाद देवी का एक दिव्य रूप प्रकट हुआ और उन्होंने असुर महिषासुर का वध कर देवों को भय मुक्त किया। इसके बाद देवों ने उनके स्तुति यानि महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र का पाठ कर उन्हें प्रसन्न किया। इसके बाद से यह मान्यता है कि देवी की आराधना से बड़े से बड़ा कष्ट तुरंत दूर हो जाता है।

वहीं बात करें अगर कात्यायनी देवी कवच की तो यह अत्यंत लाभकारी हैं। यह कवच समस्त ग्रह दोष, नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करता है। शास्त्रों में मां कात्यायनी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए माँ कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पाठ, कवच के साथ हवन को सबसे लाभकारी बताया गया है। माना जाता है कि यदि यह अनुष्ठान 51 शक्तिपीठों में से एक मां कात्यायनी शक्तिपीठ में किया जाए तो यह अधिक फलदायी हो सकता हैं, क्योंकि भगवान श्री कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में स्थित यह मंदिर प्राचीन सिद्धपीठों में से एक है। पौराणिक कथानुसार, मां सती के बाल इसी स्थान पर गिरे थे, जिससे यह अत्यंत महत्वपूर्ण और प्राचीन सिद्धपीठ बन गया। इसलिए नवरात्रि के छठवें दिन पर शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर में माँ कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पाठ, कवच एवं हवन का आयोजन किया जा रहा है। जीवन में बुराई और नकारात्मकता के विनाश के लिए श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष अनुष्ठान में भाग लें।

वहीं दूसरी ओर, नव चंडी हवन मां दुर्गा के नौ रूपों का सम्मान करता है और नवरात्रि के दौरान किए जाने पर इसे सबसे शुभ माना जाता है। प्राचीन ग्रंथों के अनुसार, मां दुर्गा के नौ रूपों की कृपा से, यह हवन अच्छे स्वास्थ्य, धन, समृद्धि, दीर्घायु, प्रचुरता, प्रसिद्धि, सफलता और शक्ति प्रदान करता है। यह नौ ग्रहों के हानिकारक प्रभावों को शांत करने के साथ-साथ बीमारी, खतरे और विरोधियों द्वारा हार के डर को दूर करने में भी मदद करता है। ऐसा माना जाता है कि यदि ये अनुष्ठान 51 शक्तिपीठों में से किसी एक, विशेष रूप से मां कात्यायनी शक्तिपीठ में किए जाएं, तो इससे अधिक फल मिल सकते हैं। भगवान कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में स्थित यह मंदिर प्राचीन सिद्धपीठों में से एक है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह स्थान अत्यधिक महत्वपूर्ण हो गया क्योंकि कहा जाता है कि मां सती के बाल यहाँ गिरे थे, जिससे यह सबसे महत्वपूर्ण और प्राचीन सिद्धपीठों में से एक बन गया। इसलिए नवरात्रि के छठे दिन शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर में मां कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पाठ एवं नव चंडी हवन का आयोजन किया जाएगा। श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष पूजा में भाग लें और जीवन में बुराई और नकारात्मकता के विनाश का आशीर्वाद प्राप्त करें।

पूजा लाभ

puja benefits
जीवन में बुराई के विनाश के लिए
कात्यायनी देवी, जिन्हें महिषासुर मर्दिनी के नाम से भी जाना जाता है, को महादेवी या आदिशक्ति योद्धा के रूप में मान्यता प्राप्त है। ऐसी मान्यता है कि राक्षस का वध करने वाली देवी कात्यायनी की पूजा करने से भक्तों के जीवन से सभी बुराइयों का नाश होता है। जब नव चंडी हवन की शक्ति के साथ संयुक्त किया जाता है, जो दुर्गा के नौ रूपों की सामूहिक शक्ति का आह्वान करता है, तो यह अनुष्ठान सुरक्षा को बढ़ाता है और नकारात्मकता को नष्ट करता है। इसलिए, नवरात्रि के छठे दिन नव चंडी हवन के साथ माँ कात्यायनी की पूजा करने से जीवन में सभी प्रकार की बुराई और नकारात्मकता का अंत होता है।
puja benefits
नकारात्मकता के विनाश के लिए
माँ कात्यायनी को नकारात्मकता का नाश करने वाली माना जाता है। शत्रुओं पर विजय पाने के लिए उनकी पूजा की जाती है, क्योंकि देवी स्वयं नकारात्मक शक्तियों का नाश करती हैं। नव चंडी हवन के साथ माँ कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र का पाठ करने से यह पूजा और भी शक्तिशाली हो जाती है, क्योंकि इसमें बाधाओं को दूर करने के लिए दुर्गा के सभी नौ रूपों की संयुक्त शक्ति का आह्वान किया जाता है। इसलिए नवरात्रि के छठे दिन माँ कात्यायनी की पूजा और नव चंडी हवन करने से भक्त के जीवन से नकारात्मकता का नाश होता है, जिससे उनके सभी प्रयास सफलतापूर्वक पूरे होते हैं।
puja benefits
सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए
शास्त्रों के अनुसार माँ कात्यायनी आज्ञा चक्र पर निवास करती हैं। भारतीय दर्शन के अनुसार आज्ञा चक्र शरीर का छठा शक्ति केंद्र है, जो माथे पर दोनों आँखों के बीच स्थित होता है। यह चक्र मानव शरीर का नियंत्रण केंद्र है। मान्यता है कि नवरात्रि के छठे दिन नव चंडी हवन के साथ माँ कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र का पाठ करने से यह चक्र जागृत होता है, जिससे भक्त की सभी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं।

पूजा प्रक्रिया

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पूजा का चयन करें:

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हमारे अनुभवी पंडित पूरे विधि विधान से पूजा कराएंगे, पूजा के दिन श्री मंदिर भक्तों की पूजा सामूहिक रूप से की जाएगी। जिसका लाइव अपडेट्स आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।
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शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर, मथुरा, उत्तर प्रदेश

शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर, मथुरा, उत्तर प्रदेश
मथुरा के वृंदावन में स्थापित मां कात्यायनी शक्तिपीठ मंदिर, 51 प्रतिष्ठित शक्तिपीठों में से एक है। यह मंदिर माता पार्वती को समर्पित है, जो अपने कात्यायनी रूप में हैं यहां विराजित हैं। वृंदावन में कात्यायनी देवी शक्ति पीठ की स्थापना हिंदू माह माघ की पूर्णिमा के दिन की गई थी। केशवानंद महाराज नामक एक संत ने इसका निर्माण करवाया था। वे मां कात्यायनी के परम भक्त थे। कहा जाता है कि उन्हें एक स्वप्न आया था जिसमें कात्यायनी देवी ने उनसे वृंदावन आकर मंदिर बनवाने को कहा था।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, माता सती के देह को भगवान विष्णु द्वारा उनके सुदर्शन चक्र से काटने पर जहां जहां उनके अंग गिरे वह शक्तिपीठ के रूप में जाना गया। इस स्थान पर माता सती के बालों की लटें गिरीं थीं, इसलिए यह स्थान शक्तिपीठों में से एक माना गया। इन्हें यहाँ उमा भी कहा जाता है। इसलिए, इस मंदिर को उमा देवी शक्ति पीठ भी कहा जाता है। मान्यता है कि यहां कात्यायनी देवी की पूजा करने से लड़कियों को मनचाहा वर मिलता है। इनकी आराधना से गृहस्थ जीवन सुखमय रहता है। ऐसा कहा जाता है कि ब्रज की गोपियां भगवान कृष्ण को अपना पति बनाना चाहती थीं इसलिए, वृंदा देवी ने उन्हें देवी कात्यायनी की पूजा करने का सुझाव दिया, तब से यह परंपरा आज भी जारी है।

पूजा का चयन करें

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
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पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
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पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं
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पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर में मां कात्यायनी को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं
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पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर में मां कात्यायनी को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

रिव्यूज़ और रेटिंग

जानिए प्रिय भक्तों का श्री मंदिर के बारे में क्या कहना है!
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अच्युतम नायर

बेंगलुरु
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रमेश चंद्र भट्ट

नागपुर
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अपर्णा मॉल

पुरी
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शिवराज डोभी

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मुकुल राज

लखनऊ

भक्तों का अनुभव

जिन भक्तों ने हमारे साथ पूजा बुक की उनका अनुभव जाने
तीश मोड़

तीश मोड़

17 February, 2025

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बहुत ही अतुलनीय कार्य है आपका भगवन आपको ऐसे ही कार्य करने की ताक़त दे


Ramesh Tripathi

Ramesh Tripathi

17 February, 2025

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Hame vishwas hai ki Puja poorn vishwas aur aastha se hui hogi avm hame Prabhu ka Aasirwad prapt hoga apne pariwar ke liye.Jai Bholenath sahai rehna Hamesha.🙏🏽🕉️🌼


S JAREENA BEGUM

S JAREENA BEGUM

16 February, 2025

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Namaste guruji ap ku bhuth,bahut, dhanyawad guruji,, ap ki sevaiya acche hai Ghar bhite Puja karwana, bhuth bhuth accha hai ,,meri mano kamna Puri hone baad mai mai ap se spark karungi

हमारे पिछले पूजा अनुभव के झलक

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों

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श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

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