गणेशोत्सव हिन्दू धर्म में प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस त्यौहार को बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह पर्व भाद्रपद मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से लेकर चतुर्दशी तिथि तक मनाया जाता है। गणेशोत्सव को सम्पूर्ण भारत में हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है। परन्तु कुछ शहरों में इस त्यौहार को विशेष रूप से मनाया जाता है।
1)मुम्बई का फेमस गणेशोत्सव
मुम्बई महाराष्ट्र में गणेशोत्सव को बहुत ही खास तरीके से मनाया जाता है। पूरा शहर गणपति बप्पा मोरया की गूँज से गुंजायमान रहता है। दस दिन चलने वाले इस पर्व में सम्पूर्ण शहर गणपति जी की मूर्ति से शुशोभित रहता है। मुम्बई महाराष्ट्र में गणेशोत्सव के दौरान शहर में पंडालों को सजाया जाता है। भगवान गणेश जी की मूर्तियां पंडालों में रखी जाती है। इसके अलावा लोग अपने घरों में भी भगवान गणपति जी की मूर्ति स्थापित करते है। सुबह शाम उनकी पूजा अर्चना से सम्पूर्ण शहर गणपति मय हो जाता है। महाराष्ट्र में गणपति जी को मोदक का भोग लगाने का विशेष महत्त्व है।
2)तमिलनाडु का गणेशोत्सव
तमिलनाडु में गणेशोत्सव को विशेष रूप से मनाया जाता है। गणेशोत्सव के दौरान विशेष पूजा अर्चना की जाती है। यहाँ पर भी शहर में पंडाल लगाकर गणपति जी की विशाल मूर्तियां स्थापित की जाती है। दक्षिण भारतीय राज्यों में गौरी हब्बा गणेश हब्बा चतुर्थी से एक दिन पूर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान गणेश की माता पार्वती जी की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि भक्त के घर में पहले देवी गौरी का स्वागत करते है और उसके अगले दिन भगवान गणेश जी का स्वागत किया जाता है।
3)दिल्ली का प्रसिद्ध गणेशोत्सव
गणेशोत्सव की घूम को दिल्ली में भी देखा जा सकता है। इस उत्सव के दौरान कई सांस्कृतिक और पारंपरिक अनुष्ठानों भी किये जाते है। गणपति जी के प्रसिद्ध मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना की जाती है। शहर भर में पंडालों को सजाया जाता है और गणपति जी की विशाल मूर्ति रखी जाती है। गणपति आरती से पूरा शहर भगवान में रम जाता है।
4)रणथंभौर के गणेश मंदिर में गणेशोत्सव
राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के रणथंभौर में गणेश जी का प्रसिद्ध मंदिर है। इस मंदिर में गणपति जी की त्रिनेत्री मूर्ति विराजित है। गणेशोत्सव के समय इस मंदिर में भक्तों की भीड़ रहती है और विशेष पूजा अर्चना की जाती है। यह मंदिर 1579 फीट ऊंचाई पर स्थित है।
5)कर्नाटक की गणेश चतुर्थी
कर्णाटक में भी गणेश चतुर्थी बहुत अच्छे से मनाई जाती है। इस त्यौहार में विभिन्न अनुष्ठान किये जाते है। यह पर्व एक दिन पहले से शुरू हो जाता है। इस दिन माता पार्वती जी की पूजा की जाती है। उसके दूसरे दिन भगवान गणेश जी का उत्सव भव्य तरीके से मनाया जाता है। उत्सव के दौरान मोदकम, पायसम और गोज्जू जैसी मिठाईया बनायीं जाती है।
गणेश चतुर्थी के उत्सव को हर राज्य बहुत ही धूमधाम से मनाता है। हर राज्य में इस अवसर पर ढोल नगाड़े आदि बजाये जाते है। हर व्यक्ति इस उत्सव में शामिल होकर भाव विभोर हो जाता है।