हरतालिका तीज पर क्या करें
हरतालिका तीज वाले दिन सूर्योदय से पहले महिलाएं सरगी करती हैं। सरगी के दौरान स्त्रियां नारियल पानी, ड्राईफ्रूट् और रसीले फलों का सेवन करती हैं, ताकि 24 घंटे तक एनर्जी रहे। हरतालिका तीज के दिन व्रत करने वाली महिलाएं पहले से ही पूजा की पूजा सामग्री एकत्रित कर लें। ताकि पूजन के दौरान कोई सामग्री छूट ना जाए। हरतालिका तीज का व्रत अखंड सौभाग्य की कामना के लिए किया जाता है, इसलिए व्रत करने वाली महिलाएं इस दिन सोलह श्रृंगार करके महादेव और माता पार्वती की पूजा करें। इस दिन हरे रंग का विशेष महत्व होता है। इस लिए इस दिन विवाहित महिलाएं अपने श्रृंगार में हरे रंग का उपयोग करें। क्योंकि हरा रंग सौभाग्य का प्रतीक होता है। हरतालिका तीज पर व्रत करने वाली महिलाएं माता का रात्रि जागरण करें और साथ ही शिवजी के मंत्रों का जाप करें। कहा जाता है कि इससे व्रत का फल जल्द मिलता है।
हरतालिका तीज पर क्या ना करें
हरतालिका तीज पर व्रत करने वाली महिलाओं को क्रोध करने से बचना चाहिए और दूसरों के प्रति द्वेष की भावना ना रखें। साथ ही महिलाओं को अपनी वाणी पर संयम बनाए रखना चाहिए। इस दिन पति से वाद-विवाद नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से व्रत का प्रभाव कम हो जाता है और पूर्ण फल की प्राप्ति नहीं होती है। व्रत के दौरान पति भी अपनी पत्नी से विवाद न करें। गर्भवती महिलाएं हरतालिका तीज के व्रत को निर्जला ना रखें। स्वास्थ के लिहाज से ये ठीक नहीं है। अगर कोई महिला किसी कारणवश ये ये व्रत नहीं कर पा रही हैं तो इसे परिवार की दूसरी महिला को सौंप देना चाहिए, ताकि व्रत का क्रम बना रहे। यदि कोई महिला पहली बार व्रत शुरू कर रही हैं, तो ध्यान रखें की ये व्रत निर्जला रखा जाता है। इस दिन अन्न, जल का त्याग करते है। हरतालिका तीज के व्रत में भोजन कर लेने से व्रत करने वाला जातक अगले जन्म में वानर बनता है और अगर कोई पानी पी लेता है तो वह अगले जन्म में मछली की योनि प्राप्त करता है। जहां पर महिलाएं हरतालिका तीज का व्रत करती हैं, वहां उस घर में इस दिन मांस मदिरा का सेवन ना करें। परिवार के बाकी सदस्यों को इस दिन तामसिक भोजन ग्रहण करने से बचना चाहिए।