गोमेद पहनने की विधि, फायदे-नुकसान, कीमत और असली गोमेद की पहचान
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गोमेद पहनने की विधि, फायदे-नुकसान, कीमत और असली गोमेद की पहचान

राहु दोष से राहत दिलाता है गोमेद रत्न, लेकिन गलत समय या तरीके से पहनना पड़ सकता है भारी! जानें पहनने की विधि और असली रत्न की पहचान।

गोमेद पहनने के बारे में

गोमेद रत्न राहु ग्रह से जुड़ा हुआ है। इसे पहनने से मानसिक शांति, आत्मविश्वास और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा मिलती है। खासतौर पर जो लोग बार-बार विघ्न, भ्रम या कोर्ट-कचहरी के मामलों में फंसे रहते हैं, उनके लिए गोमेद शुभ माना जाता है। आइये जानते हैं इसके बारे में...

गोमेद रत्न

रत्न ज्योतिष में गोमेद को एक अत्यंत प्रभावशाली रत्न माना जाता है, जो राहु ग्रह से संबंधित होता है। यह न केवल नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है, बल्कि व्यक्ति के जीवन में मानसिक स्थिरता, आत्मविश्वास और सफलता भी लाता है। जिन लोगों की कुंडली में राहु अशुभ प्रभाव डाल रहा हो, उनके लिए यह रत्न विशेष लाभकारी होता है।

यहां हम गोमेद रत्न से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां विस्तार से समझेंगे, जैसे कि इसे पहनने की विधि, लाभ-हानि, मूल्य, धातु, राशि के मुताबिक पहनने की पात्रता और असली गोमेद की पहचान।

गोमेद पहनने की विधि

गोमेद धारण करने से पहले इसकी उचित प्रक्रिया का पालन करना जरूरी है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल कर सके।

पहनने की सही विधि:

  • शुभ दिन और समय: शनिवार के दिन या किसी कृष्ण पक्ष की रात्रि में इसे धारण करना शुभ माना जाता है।
  • धातु का चयन: चांदी, पंचधातु या सोने में जड़वाया गया गोमेद सबसे प्रभावी होता है।
  • अंगुली का चुनाव: इसे मध्यमा (मध्य) उंगली में धारण करना चाहिए, क्योंकि यह उंगली शनि और राहु ग्रह से संबंधित होती है।
  • ऊर्जा शुद्धिकरण: पहनने से पहले इसे गंगाजल, गाय के दूध, शहद और तुलसी के पत्तों के मिश्रण में डुबोकर शुद्ध करना चाहिए।
  • मंत्र जाप: रत्न को धारण करते समय "ॐ रां राहवे नमः" मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए।
  • पहनने का सही समय: इसे सूर्यास्त के बाद या संध्या के समय पहनना सर्वोत्तम माना जाता है।

गोमेद के फायदे और नुकसान

गोमेद पहनने के फायदे

  • नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा: यह व्यक्ति को बुरी नजर और बुरी शक्तियों से बचाता है।
  • आत्मविश्वास में वृद्धि: इसे धारण करने से व्यक्ति का आत्मविश्वास और मानसिक शक्ति बढ़ती है।
  • राहु के दुष्प्रभाव कम करता है: अगर कुंडली में राहु अशुभ स्थिति में हो, तो गोमेद इसे संतुलित करता है।
  • आर्थिक समृद्धि: इसे पहनने से धन और करियर में उन्नति के अवसर बढ़ते हैं।
  • स्वास्थ्य लाभ: यह त्वचा संबंधी रोग, एलर्जी और मानसिक तनाव को कम करने में मदद करता है।

गोमेद पहनने के नुकसान

  • गलत व्यक्ति के लिए हानिकारक: अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु पहले से ही अनुकूल स्थिति में हो, तो गोमेद पहनने से विपरीत प्रभाव हो सकता है।
  • गुस्से और आक्रामकता में वृद्धि: कुछ लोगों में इसे पहनने के बाद चिड़चिड़ापन और गुस्सा बढ़ सकता है।
  • नकली रत्न पहनने से हानि: अगर व्यक्ति नकली गोमेद पहन ले, तो उसे कोई लाभ नहीं मिलता, बल्कि नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं।

गोमेद की कीमत

  • गोमेद की कीमत इसकी गुणवत्ता, पारदर्शिता, रंग और उत्पत्ति पर निर्भर करती है।
  • सामान्य गुणवत्ता का गोमेद: ₹500 से ₹2,000 प्रति कैरेट
  • अच्छी गुणवत्ता का गोमेद: ₹3,000 से ₹10,000 प्रति कैरेट
  • शीर्ष गुणवत्ता का गोमेद: ₹15,000+ प्रति कैरेट
  • श्रीलंका, भारत और अफ्रीका में पाए जाने वाले गोमेद उच्च गुणवत्ता के होते हैं।

गोमेद किस उंगली में पहनना चाहिए?

  • गोमेद को मध्यमा (मध्य) उंगली में पहनना सबसे अधिक लाभकारी माना जाता है, क्योंकि यह उंगली राहु और शनि से संबंधित होती है।

गोमेद किस राशि को पहनना चाहिए?

  • मिथुन, तुला, मकर और कुंभ राशि के जातकों के लिए गोमेद विशेष रूप से लाभकारी होता है।
  • अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु की महादशा या अंतरदशा चल रही हो, तो उसे गोमेद पहनना चाहिए।

गोमेद कितने दिन में असर दिखाता है?

  • गोमेद पहनने के 10 से 15 दिनों के अंतर प्रभाव महसूस होने लगते हैं।
  • पूर्ण प्रभाव 30 से 45 दिनों में दिखता है।
  • अगर यह रत्न व्यक्ति के लिए उपयुक्त न हो, तो 7 दिनों के भीतर इसके नकारात्मक प्रभाव दिख सकते हैं।

गोमेद किस दिन पहनना चाहिए?

  • गोमेद को शनिवार के दिन या कृष्ण पक्ष की रात्रि में धारण करना सबसे शुभ माना जाता है।
  • इसे सूर्यास्त के बाद या संध्या के समय पहनना चाहिए।

गोमेद किस धातु में पहने?

  • चांदी में पहनना सबसे अधिक प्रभावी होता है।
  • पंचधातु और सोना भी इसके लिए उपयुक्त धातु माने जाते हैं।
  • प्लेटिनम में भी इसे पहना जा सकता है, लेकिन चांदी सबसे शुभ मानी जाती है।

गोमेद किसे पहनना चाहिए?

  • जो लोग राहु की महादशा या अंतरदशा से प्रभावित हैं।
  • वकील, नेता, राजनीतिज्ञ, अभिनेता और सरकारी अधिकारी इस रत्न को धारण कर सकते हैं।
  • जो लोग बार-बार कानूनी मामलों, विवादों या दुर्घटनाओं का सामना कर रहे हैं।

असली गोमेद की पहचान

असली और नकली गोमेद की पहचान करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण तरीके हैं:

  • रंग और चमक: असली गोमेद शहद के रंग जैसा होता है और उसमें एक प्राकृतिक चमक होती है।
  • धातु परीक्षण: असली गोमेद को किसी धातु के संपर्क में लाने पर उसमें कोई बदलाव नहीं आता।
  • खुरचने पर असर: खुरचने पर असली गोमेद पर निशान नहीं पड़ता।

निष्कर्ष

गोमेद एक शक्तिशाली और प्रभावशाली रत्न है, जो राहु ग्रह के दुष्प्रभावों को कम करने में मदद करता है। इसे सही तरीके से धारण करने पर आत्मविश्वास, मानसिक शांति, धन और सफलता मिलती है। हालांकि, इसे पहनने से पहले किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह लेना जरूरी है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह रत्न आपके लिए उपयुक्त है या नहीं।

अगर आप गोमेद पहनने की योजना बना रहे हैं, तो इसे केवल विश्वसनीय स्रोत से खरीदें और पहनने की सही विधि का पालन करें, ताकि यह ज्यादा लाभ दे सके।

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Published by Sri Mandir·April 11, 2025

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