जानिए कब है विनायक चतुर्थी 2024

जानिए कब है विनायक चतुर्थी 2024

यहाँ मिलेगी पूजन विधि, शुभ मुहूर्त व विशेष आयोजन की पूरी जानकारी


विनायक चतुर्थी 2024 की पूरी जानकारी (Vinayaka Chaturthi 2024)



हिंदू धर्म में गणेश भगवान को सर्वप्रथम पूजनीय माना गया है। विनायक चतुर्थी हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है जो भगवान गणेश को समर्पित है। गणेश जी को बुद्धि, विद्या और नए आरंभ के देवता माना जाता है। इस दिन भक्त गणेश जी की पूजा अर्चना करते हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि भगवान गणेश को चतुर्थी तिथि अति प्रिय है, इसलिए चतुर्थी तिथि पर भगवान गणेश की आराधना करना बेहद मंगलमय माना जाता है।

कब है विनायक चतुर्थी ? (Vinayaka Chaturthi 2024 Date and Time)


शुक्ल पक्ष की विनायक चतुर्थी 08 अगस्त 2024, गुरुवार को मनाई जाएगी। चतुर्थी तिथि 07 अगस्त, बुधवार को रात 10 बजकर 05 मिनट पर प्रारंभ होगी। चतुर्थी तिथि का समापन 08 अगस्त, गुरुवार को रात 12 बजकर 41 मिनट पर होगा। गणेश पूजा का मुहूर्त सुबह 10 बजकर 44 मिनट से दोपहर 01 बजकर 22 मिनट तक रहेगा।

विनायक चतुर्थी 2024 का महत्व (Importance of Vinayaka Chaturthi 2024)


मान्यता है कि विनायक चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा अर्चना करने से व्यक्ति को ज्ञान और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही उनकी आराधना करने से जीवन की तमाम कष्टों से मुक्ति भी मिलती है। कहा जाता है कि भगवान गणेश विघ्नहर्ता हैं, इनकी उपासना से किसी भी कार्य में आ रही रुकावट दूर हो जाती हैं। इतना ही नहीं विनायक चतुर्थी पर भगवान गणेश की भक्ति करने से व्यापार में भी बरकत होती है। इसलिए हमारे शास्त्र में विनायक चतुर्थी की महिमा को बेहद महत्व है।

विनायक चतुर्थी का शुभ मुहूर्त (Vinayaka Chaturthi 2024 Shubh Muhurat)


  • इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04 बजकर 02 मिनट से 04 बजकर 45 मिनट तक रहेगा।
  • इस दिन प्रातः सन्ध्या का समय सुबह 04 बजकर 23 मिनट से 05 बजकर 28 मिनट तक रहेगा।
  • इस दिन अभिजित मुहूर्त सुबह 11 बजकर 37 मिनट से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगा।
  • इस दिन विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 15 मिनट से 03 बजकर 08 मिनट तक रहेगा।
  • इस दिन गोधूलि मुहूर्त शाम 06 बजकर 38 मिनट से रात 07 बजकर 00 मिनट तक रहेगा।
  • इस दिन सायान्ह सन्ध्या का समय शाम 06 बजकर 38 मिनट से 07 बजकर 43 मिनट तक रहेगा।
  • इस दिन अमृत काल का समय दोपहर 03 बजकर 27 मिनट से 05 बजकर 15 मिनट तक रहेगा।
  • इस दिन निशिता मुहूर्त सुबह 11 बजकर 42 मिनट से दोपहर 12 बजकर 25 मिनट तक रहेगा।
  • इस दिन रवि योग का समय सुबह 05 बजकर 28 मिनट से 11 बजकर 34 मिनट तक रहेगा।

विनायक चतुर्थी की पूजा विधि (Vinayaka Chaturthi 2024 Puja Vidhi)


  • भगवान गणेश की सच्चे मन से आराधना करने से सभी परेशानियों का निवारण होता है और ईश्वर का आर्शीवाद प्राप्त होता है।
  • यह व्रत भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस दिन मध्याह्न के समय में श्री गणेश का पूजन करने से सुख-समृद्धि, धन-वैभव, ऐश्वर्य और संपन्नता मिलती है।
  • विनायक चतुर्थी के शुभ दिन पर प्रातः काल स्नानादि करके लाल या पीले वस्त्र पहन लें।
  • अब पूजा स्थल पर पीला या लाल कपड़ा बिछाकर भगवान गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें
  • उसके बाद उन्हें सिंदूर का तिलक लगाएं। अब उन्हें दूर्वा, फल, फूल उनकी चरणों में अर्पित करें।
  • इसके बाद उन्हें लड्डूओं का भोग लगाएं। फिर दीपक जलाकर भगवान गणेश की आरती करें।
  • इसके बाद गणेश जी के मंत्रों का जाप करें।
  • अंत में भगवान गणेश को प्रणाम कर प्रसाद वितरण करें और पूरे दिन फलाहारी व्रत रखकर अगले दिन पंचमी तिथि में व्रत का पारण करें।

विनायक चतुर्थी पर इन बातों का रखें विशेष ध्यान (Remember these things on Vinayaka Chaturthi 2024)


  • विनायक चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन करने की मनाही होती है। मान्यताओं के अनुसार, विनायक चतुर्थी को चंद्र दर्शन करने से जीवन में कलंक लगता है। इसलिए इस दिन चंद्रमा के दर्शन करने से बचें।
  • इसके अलावा तुलसी का प्रयोग गणेश जी की पूजा में नहीं करना चाहिए। कहा जाता है कि ऐसा करने से भक्त गणेश जी के क्रोध के भागी बन सकते हैं।
  • वहीं विनायक चतुर्थी के दिन जब गणेश जी की स्थापना घर पर करें तब उनको अकेला न छोड़ें, घर पर कोई न कोई अवश्य होना चाहिए।
  • वहीं गणेश जी की स्थापना करते वक्त ध्यान रखें कि उनकी पीठ का दर्शन न हो। पीठ का दर्शन करने से दरिद्रता आती है।

ध्यान रहें कि गणेश जी की पूजा में जब आप कोई दीपक जलाते हैं, तो उस दीपक के स्थान को बार-बार न बदलें और न ही उस दीपक को गणेश जी के सिंहासन पर रखें। साथ ही विनायक चतुर्थी व्रत के दिन इस बात का विशेष ख्याल रखें कि फलाहार में नमक का सेवन न करें। विनायक चतुर्थी के दिन काले वस्त्र ना पहने क्योंकि काले रंग को नकारात्मकता का प्रतीक मानते हैं।

इतना ही नहीं इस दिन अगर भक्त व्रत रख रहे हैं तो किसी के भी लिए भी अपशब्दों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। ऐसा करने से व्रत का पुण्य नहीं मिलता है। वैसे तो कभी भी बड़ों का अपमान नहीं करना चाहिए, लेकिन विनायक चतुर्थी के दिन खासतौर पर इस बात का ध्यान रखें, वरना पूजा का फल नहीं मिलेगा। और विनायक चतुर्थी पर किसी से कोई झगड़ा या मारपीट न करें।

विनायक चतुर्थी पर करें ये उपाय, दूर होंगे सभी कष्ट (Vinayaka Chaturthi 2024 Upay)


  • गणेश जी को दूर्वा बहुत प्रिय है। इसलिए दूर्वा अर्पित करें।
  • गणेश स्तोत्र का पाठ करने से मन शांत होता है और बुद्धि बढ़ती है।
  • लाल रंग गणेश जी को प्रिय है। इसलिए लाल पुष्प अर्पित करें।
  • 'ॐ गं गणपतये नम:' मंत्र का जाप करें।
  • विनायक चतुर्थी का व्रत रखने और गणेश चालीसा का पाठ करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।


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